नई दिल्ली/सहरसा। Koshi River Bridge Accident: बिहार की शोक कही जाने वाली कोशी नदी पर बन रहा एक पुल का स्लैब गिर गया है। इसकी चपेट में आने से एक मजूदर की मौके पर ही मौत हो गई है। स्लैब के नीचे 40 से अधिक मजदूर दबे हैं। कंपनी का प्रबंधन मौके से फरार हो गया है। पुल का निर्माण ट्रांसलैन कंपनी कर रही है। आशंका है कि मौत का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। बिहार में पुल से जुड़ा हादसा पहली बार नहीं हुआ है।

Koshi River Bridge Accident: 1200 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है तैयार

Koshi River Bridge Accident: 10.2 किलोमीटर लंबे इस महासेतु का निर्माण 1200 करोड़ रुपए से कराया जा रहा है। केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की परियोजना से सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। अभी मधुबनी जाने के लिए 100 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। एप्रोच रोड मिलाकर इस पुल की लंबाई 13.3 किलोमीटर होगी। इस पुल में कुल 171 पिलर बन रहे हैं। 166 पिलर का निर्माण पूरा हो चुका है ।

Koshi River Bridge Accident: नेपाल, बांग्लादेश और भूटान को जोड़ेगा ये पुल

Koshi River Bridge Accident: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत यह पुल मधुबनी के उमगांव से महिषी तारापीठ (सहरसा) के बीच बन रहा है। इसके निर्माण में गैमन इंडिया व ट्रांस रेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। सामरिक दृष्टिकोण से भी बहुत ही महत्वपूर्ण यह पुल नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के साथ उत्तर-पूर्व के राज्यों को भी जोड़ेगा।

Koshi River Bridge Accident: देश का सबसे लंबा पुल

Koshi River Bridge Accident: कोसी पर सुपौल और मधुबनी के बीच बन रहे इस महासेतु के सिरे के दोनों तरफ बने तटबंध से सीधे जोड़ा जा रहा है। इसके कारण यह पूरे देश का सबसे लंबा पुल बन जाएगा। इसका उद्घाटन वर्ष 2023 में होना था लेकिन कोरोना के कारण मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया था।

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