बिलासपुर। भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को बिलासपुर लोकसभा में प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का बागी रुख अब भी बरकरार है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु यादव ने आज अपने लिए नामांकन फार्म खरीद कर सभी को चौंका दिया है । उन्होंने बिलासपुर सीट के लिए नामांकन फॉर्म खरीदा है। उन्होंने टिकट वितरण को लेकर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि वरिष्ठ नेताओं के कहने पर उन्होंने टिकट ख़रीदा है।

आखिरी समय में बदल सकता है B फॉर्म

मीडिया से चर्चा करते समय विष्णु यादव ने प्रत्याशी देवेंद्र यादव को बाहरी बताकर विरोध दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी है, यहां आखरी समय में बी फार्म दूसरे प्रत्याशी के नाम पर आ जाता है। विष्णु ने जोर देकर कहा कि अभी तो देवेंद्र यादव का भी बी फॉर्म नहीं आया है, ऐसे में वे उन्हें अभी प्रत्याशी नहीं मानते हैं। विष्णु ने बताया कि उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के कहने पर बी फॉर्म ख़रीदा है। उनका दावा है कि पार्टी ऐन वक्त पर अपना निर्णय बदल सकती है, आखिरी समय में उनके नाम पर बी फॉर्म आ सकता है।

‘मेरे साथ हर बार पक्षपात हुआ है’

विष्णु यादव ने कहा कि वे हमेशा से पार्टी के प्रति निष्ठावान रहे हैं, मगर पार्टी में हर बार उनके साथ पक्षपात हुआ है। इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ है। यादव ने यह भी कहा कि टिकट वितरण में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अन्याय किया है। यहां बता दें कि विष्णु का नाम प्रदेश से अनुशंसित पैनल में था। लेकिन दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और सचिव चंदन यादव की सिफारिश पर देवेंद्र को प्रत्याशी बनाया गया।

बहरहाल विष्णु यादव ने ताल ठोंकते हुए बी फॉर्म खरीद लिया है। अब देखना यह है कि उनके दावे के मुताबिक आखिरी वक्त में कांग्रेस पार्टी अपना फैसला बदलती है या फिर टिकट नहीं मिलने पर विष्णु बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरते हैं। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी के लिए परेशानी खड़ी हो सकती हैं।