रायपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। 1961 मतदान केन्द्रों में हुई वोटिंग के तहत शाम 68.30 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का इस्तेमाल किया है। इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हो गई है। अफसरों ने 70 फीसदी तक वोटिंग होने की बात कही थी, जो करीब तो पहुंच गई, लेकिन पूरी नहीं हुई। वोटिंग के 24 घंटे बाद सही आंकड़ा सामने आ गया। इस बार चुनाव प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने भी काफी कोशिशें की हैं। वोटिंग के दिन 5 बजे तक 63.41 फीसदी वोटिंग की रिपोर्ट मिली थी। तब अफसरों ने आंकड़ा बढ़ने का अनुमान लगाया था। शनिवार दोपहर तक 67.53 फीसदी वोटिंग का आंकड़ा आया था। अब फाइनल रिपोर्ट आ गई है, जिसमें 68.30 फीसदी वोटिंग का दावा चुनाव आयोग ने किया है। अब आंकड़ा बढ़ने की संभावना बहुत कम है।

बस्तर में अगर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से मतदान की बात करें तो हर संसदीय चुनाव में बस्तर में लगातार मतदान का प्रतिशत बढ़ रहा है। 2004 में 43.3 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का उपयोग किया था। 2004 में बस्तर में 1039442 मतदाता थे। इनमें से 450417 मतदाताओं ने वोट डाले थे। 2009 में वोटर्स भी बढ़े और मतदान भी बढ़ा। 2004 के मुकाबले 4 फीसदी ज्यादा मतदाताओं ने वोट डाले। इस तरह 47.3 फीसदी वोटर्स ने मत का इस्तेमाल किया था। 1998 से लगातार चार चुनाव जीतते आ रहे बलिराम कश्यप की मौत हो गई है। जिसके बाद 2011 में उपचुनाव हुए। उपचुनाव में उनके बेटे दिनेश कश्यप चुनाव लड़े और जीते। उपचुनाव में वोटर्स बढ़े और 50.50 लोगों ने मतदान किया। 2014 में भी मतदान बढ़ा और 59.32 प्रतिशत वोटर्स ने वोट डाले। भाजपा को ही जीत मिली। दिनेश कश्यप दोबारा सांसद बने। 2004 से लेकर 2014 तक हुए चारों चुनाव में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और भाजपा के ही सांसद बनते आ रहे थे। 2019 में आमचुनाव के दौरान प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और इस बार भी लगातार चला आ रहा वोटर्स बढ़ने का सिलसिला जारी रहा। 2019 में 66.26 प्रतिशत वोट पड़ा। इस बार कांग्रेस के दीपक बैज यहां से जीते। इस बार भी उप चुनाव में वोटिंग परसेंट बढ़ने की संभावना है। इसके पीछे करीब 94 हजार नए वोटर्स और 56 नए मतदान केंद्रों को वजह बताया जा रहा है।

बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 6 जिलों की 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। बस्तर जिले की बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा जिले की दंतेवाड़ा, बीजापुर जिले की बीजापुर, सुकमा जिले की कोंटा, नारायणपुर जिले की नाराणपुर, कोंडागांव जिले की कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र आते हैं। बस्तर की अलग-अलग विधानसभाओं में मतदान के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया था। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों में दोपहर तीन बजे तक मतदान हुआ। वहीं बस्तर विधानसभा क्षेत्र में शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। जगदलपुर क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें दोनों समय सारणी में मतदान किया गया। जगदलपुर के 72 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक, जबकि 175 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से दोपहर पांच बजे तक मतदान हुआ। बस्तर लोकसभा सीट में 14,72,207 मतदाता हैं. जिनमें 7,00,476 पुरुष, 7,71,679 महिला और 52 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। 2019 की तुलना में यहां 6.84 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई है। पिछली बार के मुकाबले 94272 वोटर्स बढ़े हैं।  पिछले चुनाव में यहां कुल 13,77,935 मतदाता थे। इस क्षेत्र में बनाए गए प्रति मतदान केंद्रों में औसतन मतदाताओं की संख्या 870 है। इसके अलावा कुल 219 मतदाताओं को घर-घर जाकर डाक मतपत्र द्वारा मतदान कराया गया है। इनमें 135 मतदाता 85 वर्ष आयु से ज्यादा के हैं, जबकि 84 मतदाता दिव्यांग हैं। इसके साथ ही चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों के 2188 डाक मतपत्र भी प्राप्त हुए हैं।