वाराणसी। लोकसभा की वाराणसी सीट से कॉमेडियन श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। उन्होंने नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को पर्चा दाखिल किया था। वाराणसी सीट से 14 मई तक कुल 41 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था। श्याम रंगीला मिमिक्री आर्टिस्ट हैं और वह पीएम मोदी और राहुल गांधी समेत कई नेताओं की मिमिक्री करते रहे हैं। इसकी वजह से वह कई बार विवादों में भी आए।

नामांकन खारिज होने की ये है वजह

सूत्रों ने बताया कि नामांकन खारिज कर दिया गया क्योंकि श्याम रंगीला ने नामांकन के दौरान ली जाने वाली शपथ पूरी नहीं की है। यह जानकारी रंगीला द्वारा वाराणसी से नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद आई है। रंगीला ने पहले दावा किया था कि उन्हें नामांकन पत्र दाखिल करने से रोका गया था।

गंगा मां का मुझे आशीर्वाद नहीं मिला

वहीं श्याम रंगीला ने कहा कि शायद गंगा मां का मुझे आशीर्वाद नहीं मिला। वहीं वाराणसी जिला प्रशासन पर नामांकन प्रक्रिया में भ्रमित करने का आरोप लगाया।

भावुक होकर कहा- ‘राजनीति मेरे बस की बात नहीं’

वहीं पर्चा निरस्त होने के बाद श्याम रंगीला ने कहा कि हमारा यही उद्देश्य था कि हम बता सके कि लोकतंत्र कितना खतरे में है.वहीं भावुक होते हुए श्याम रंगीला ने कहा कि मैं हंसाने वाला एक कलाकार हूं लेकिन आज कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं. श्याम रंगीला ने कहा कि अब सोचता हूं की कॉमेडी ही बेहतर क्षेत्र है राजनीति मेरे बस की बात नहीं.

एक जून को होगा मतदान

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय वाराणसी से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनडीए उम्मीदवार हैं। मायावती की पार्टी बसपा ने वाराणसी से अतहर जमाल लारी को मैदान में उतारा है। वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत एक जून को मतदान होगा।

कौन हैं श्याम रंगीला?

राजस्थान के हनुमानगढ़ में जन्मे और पले-बढ़े रंगीला ने एनीमेशन का अध्ययन किया। रंगीला अपने मिमिक्री कौशल के लिए जाने जाते हैं। खासकर वह राजनीतिक हस्तियों की मिमिक्री करते हैं। 29 वर्षीय रंगीला को पहली बार 2017 में प्रसिद्धि मिली जब पीएम मोदी की मिमिक्री थी और वह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी। तब से रंगीला पीएम के भाषणों और इंटरव्यू की नकल करते हुए वीडियो बना रहे हैं।

रंगीला ने मोदी के अलावा राहुल गांधी जैसी अन्य राजनीतिक हस्तियों के भी मिमिक्री वीडियो बनाए हैं। पिछले कुछ समय से रंगीला पीएम मोदी और उनकी नीतियों के आलोचक रहे हैं। दरअसल, उनकी उम्मीदवारी की घोषणा करने वाले वीडियो में कुछ ऐसे हिस्से थे जहां रंगीला पीएम मोदी की आवाज की नकल करते हुए सुनाई दे रहे हैं।