रायपुर। राजधानी से लगे हुए उरकुरा स्टेशन के पास से गुजर रहे शालीमार एक्सप्रेस में यात्रियों के बीच उस वक्त खलबली मच गई जब लोहे का एक खंबानुमा रॉड ट्रेन की बोगी से टकराता चला गया। इस दौरान चार यात्री बुरी तरह घायल हो गए। एक यात्री का हाथ चोटिल हो गया, वहीं खिड़की की कांच के टूटकर छिटकने से एक अन्य यात्री की आंख और चेहरे पर चोटें आयीं हैं।

इस हादसे में ट्रेन के एसी कोच बी-6 में कोलकाता से ठाणे जा रहे सौम्य मंडल भी घायल हो गए। सौम्य की बहन अंकिता मंडल ने बताया कि उनका भाई अपनी सीट पर बैठा हुआ था और वो सो रही थी। इसी दौरान अचानक कोच की खिड़की का शीशा टूट गया और भाई के चेहरे और आंखों के आसपास धंस गया। इससे भाई बुरी तरह घायल हो गया। अंकिता ने बताया कि अचानक हुई इस घटना से वह पूरी तरह से घबरा गई थी। इस हादसे में कोच में सफर कर रहे एक दूसरे यात्री का हाथ भी चोटिल हो गया। यात्री के हाथ से बहुत खून बह रहा था।

अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का चल रहा है काम

दरअसल शहर और आसपास के कई इलाकों में बिजली के ओवरहेड लाइन को अंडर ग्राउंड किये जाने का काम चल रहा है, ताकि बिजली के तार और लगाए गए खंबों को हटाया जा सके और इससे कोई बाधा न हो। CSEB के एक अधिकारी ने बताया कि उरला स्टेशन के पास रेलवे प्रबंधन के विधिवत आवेदन के बाद अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का काम चल रहा था। इसके तहत LTT मशीन से ड्रिलिंग की जा रही थी। ठेकेदार द्वारा कराये जा रहे इस कार्य के दौरान ड्रिलिंग रॉड बीच में ही रेल लाइन पर ऊपर निकल आया, यही मोटा रॉड शालीमार एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गया और कुछ यात्री घायल हो गए।

उधर LTT मशीन के ऑपरेटर राज ठाकुर ने बताया कि एक स्टाफ ने उसे दौड़ कर बताया कि ड्रिलिंग रॉड बाहर निकल आया है तब उसने तत्काल मशीन को रोक दिया। राज यह भी नहीं बता सका कि किस ठेकेदार द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है।

रेलवे प्रबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया कैंसल

इस घटना को लेकर रेलवे प्रबंधन द्वारा आज शाम DRM ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था, मगर व्यस्तता बताकर इसे निरस्त करने की सूचना दी गई। इसके साथ ही PRO ने प्रबंधन का पक्ष रखते हुए कहा है कि यह पोल रेलवे का नहीं था और कार्य CSEB द्वारा कराया जा रहा था। रेलवे का कहना है कि यह कार्य CSEB द्वारा अवैधानिक तरीके से सुरक्षा को ताक पर रखकर किया जा रहा था। रेलवे इस मामले में जरुरी एक्शन लेगा। PRO ने यह भी बताया कि रेलवे के अधिकारियों ने घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल सक्रियता दिखाई और घायलों को एम्बुलेंस में अस्पताल भिजवाया। इसके अलावा सभी जरुरी एक्शन लिए गए।

रेलवे प्रबंधन ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि CSEB द्वारा अवैधानिक तरीके से यह कार्य किया जा रहा था, वहीं CSEB प्रबंधन से जुड़े अधिकारी का कहना है कि काम विधिवत ढंग से रेलवे प्रबंधन के अनुरोध पर ही किया जा रहा था, ठेकेदार के कर्मियों की तकनिकी त्रुटि के चलते यह घटना घटी है। यह कार्य CSEB के सिलतरा डिवीजन के अधीन सिटी कंस्ट्रक्शन शाखा द्वारा किया जा रहा है। बिजली कंपनी के ईई पीके सिंह ने बताया अनुमति लेकर ही काम कराया जा रहा है।