सुकमा। सरकार की पूना नर्कोम अभियान यानि ”नई सुबह, नई शुरुआत” से प्रभावित होकर चार इनामी नक्सलियों समेत आठ माओवादियों ने सुरक्षबलों के सामने आत्म समर्पण कर दिया। नक्सलियों के लगातार समर्पण करने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ख़ुशी का इजहार किया है।

नक्सलियों से लगातार की जा रही है अपील
बस्तर में फोर्स और सरकार की ओर से अपील की जा रही है। सरकार की कोशिश है कि नक्सली हथियार छोड़ सरेंडर कर आम लोगों की तरह जिंदगी बिताएं। सरकार की अपील का अब असर दिखाई देने लगा है। नई सरकार बनने के बाद से बड़ी संख्या में माओवादी हथियार छोड़ सरेंडर कर रहे हैं।
सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। सरकार की योजनाओं से प्रभावित होकर लगातार माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। रविवार को भी 8 माओवादियों ने नक्सल ऑपरेशन कार्यालय में सीआरपीएफ के सामने सरेंडर किया है।
समर्पण करने वाले नक्सलियों के नाम
आतंक का रास्ता छोड़ने वाले नक्सलियों में वेट्टी मासे शामिल है, जिस पर 2 लाख का इनाम पुलिस ने रखा था। सागर उर्फ देवा पर भी 1 लाख का इनाम पुलिस ने रखा था। देवा ने भी आज हथियार डाल दिए। हथियार डालने वालों में सोढ़ी तुलसी जिसपर एक लाख का इनाम था, पोडियम नंदे, वेट्टी सुक्का, वेट्टी हड़मा, कवासी देवा, कमलू सिंगा शामिल हैं। सरेंडर करने वाले सभी नक्सली सुकमा जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं। सभी नक्सली सालों से पुलिस पार्टी की रेकी करने और नक्सली बैनर पोस्टर लगाने के काम माहिर हैं। इनपर ग्रामीणों से लेवी वसूलने का भी आरोप है।
मुख्यमंत्री ने X पर किया ये पोस्ट
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुकमा में नक्सलियों द्वारा किये गए समर्पण को लेकर X पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि “सुकमा जिले में सक्रिय 4 ईनामी नक्सलियों सहित 8 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने की सुखद खबर प्राप्त हुई। हमारी सरकार की “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति” एवं “नियद नेल्लानार योजना” से प्रभावित होकर नक्सली बंदूक छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं, जिनके पुनरुत्थान के लिए हमारी सरकार तत्पर है।”
सुकमा जिले में सक्रिय 4 ईनामी नक्सलियों सहित 8 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने की सुखद खबर प्राप्त हुई।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) June 2, 2024
हमारी सरकार की "छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति" एवं "नियद नेल्लानार योजना" से प्रभावित होकर नक्सली बंदूक छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं, जिनके पुनरुत्थान के…