कवर्धा। जिले के ग्राम सोनवाही में डायरिया से हुई मौतों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विजय शर्मा के दौरे के बाद यहां उप मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे और डायरिया से मृत लोगों के परिजनों से मुलाकात की। मीडिया से चर्चा में भूपेश बघेल ने दावा किया कि गांव में डायरिया से कुल 5 लोगों की मौत हुई है और सभी मृतक संरक्षित बैगा जनजाति के हैं।

भूपेश बघेल ने इस दौरे में डायरिया पीड़ित अन्य परिवारों से भी मिले। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ केंद्र झलमाला का भी दौरा किया।

मौतों के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेदार

पूर्व सीएम बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि संरक्षित जनजाति बैगा राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र हैं और इनके इलाज और अन्य सुविधाओं के लिए विशेष योजनाएं होती हैं, मगर हालात ये हैं कि यहां के स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और आवश्यक सुविधाएं भी नहीं है। भूपेश बघेल ने बताया कि गांव में 5 मौतें हुई हैं और सभी को उल्टी-दस्त की समस्या थी। उन्होंने कहा कि यहां फैली बीमारी को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। ग्रामीणों को क्लोरीन की दवाएं आज बांटी जा रही है।

भूपेश बघेल ने बताया कि इससे पहले भी जिले के कोइलारी और दैहानडीह गांव में भी डायरिया का प्रकोप हुआ था और कुछ मौतें भी हुई थीं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने इससे सबक नहीं लिया।

विभाग के पास मच्छरदानी की कमी

भूपेश बघेल ने बताया कि आज गांव में ग्रामीणों का मलेरिया टेस्ट किया गया, इनमें 19 पॉजिटिव पाए गए हैं। ग्रामीणों को आज ही मच्छरदानी बांटा गया। बघेल को ग्रामीणों ने बताया कि एक परिवार को केवल एक मच्छरदानी बांटा गया, जबकि परिवार में सदस्यों संख्या ज्यादा है, ऐसे में वे मच्छरों से अपना बचाव कैसे कर सकेंगे।

राष्ट्रपति को पत्र लिखेंगे भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने कहा कि विशेष संरक्षित बैगा जनजाति की जमकर उपेक्षा हुई है, जिसका परिणाम यहां संक्रामक रोग से हो रही मौतें हैं। उन्होंने कहा कि वे इसकी शिकायत राष्ट्रपति से करेंगे। विधानसभा के मानसून सत्र में भी संरक्षित जनजाति के लोगों की मौत का मामला गूंजेगा।

मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग

भूपेश बघेल ने कहा कि बैगाओं की मौत के बाद सरकार जाग रही है, जिससे ग्रामीण नाराज हैं। इलाके में डायरिया के साथ ही मलेरिया का भी प्रकोप है। ग्रामीणों को स्वास्थ्य की सुविधा के साथ ही पेयजल और मच्छरों से बचाव के पर्याप्त इंतजाम करने चाहिए। उन्होंने मांग की कि मृतकों के परिजनों को 4 – 4 लाख रूपये का मुआवजा भी दिया जाये।

गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ग्राम सोनवाही में डायरिया से हुई मौतों की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है, जो गांव का दौरा करेगी और अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। हालांकि इससे पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांव का दौरे पर पहुंच गए और बैगा परिवारों से मिलकर हालात का जायजा लिया।