बिहार। बिहार में विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की दरभंगा के विरौल में निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। घनश्यामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत उनके आवास पर मंगलवार सुबह क्षत-विक्षत हालत में उनकी लाश मिली है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई।

लोगों का कहना है कि जीतन सहनी रोज सुबह 4 बजे उठ जाया करते थे और भजन बजाया करते थे। आज मंगलवार सुबह जब भजन की आवाज नहीं आई, तो फूल तोड़ने पहुंचीं कुछ महिलाओं को आशंका हुई। महिलाओं ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने नहीं खोला। इस बीच, कुछ अन्य लोग भी जमा हो गए। मकान के पीछे जाकर देखा तो दरवाजा टूटा था। अंदर पहुंचे तो बिस्तर पर ही क्षत-विक्षत में शव पड़ा था।
मुंबई स्थित अपने कार्यस्थल पर थे मुकेश सहनी
महागठबंधन के घटक दल वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी को अपने पिता की हत्या की जानकारी दूसरों से मिली। वह मुंबई स्थित अपने कार्यस्थल पर थे, जहां उन्हें कॉल पर इसकी सूचना दी गई। घटना से आहत मुकेश सहनी मुंबई से दरभंगा के लिए निकल चुके हैं। वीआईपी के वरीय नेता देव ज्योति ने बताया कि कुछ देर पहले हमलोगों को जानकारी मिली है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे क्या हो गया है। हमारे नेता मुकेश सहनी काफी आहत हैं। वह मुंबई से दरभंगा के लिए निकल चुके हैं। दरभंगा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है।
चोरी के दौरान हत्या की गई : डीएसपी
मौके पर पहुंचे एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी सहित बिरौल थाना की पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। डीएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला है। मृतक जीतन सहनी अपने घर मे सो रहे थे इस दौरान चोरी की नीयत से घर में घुसे अपराधियों ने विरोध करने पर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। हालांकि शव के चारों तरफ खून भी बिखरा पड़ा हुआ है जो कई सवाल खड़े कर रहा है। कई अंगों को काटा गया है।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री मुकेश सहनी दो भाई और एक बहन हैं। मुकेश साहनी और उनके भाई संतोष सहनी बाहर रहते हैं। उनकी बहन की शादी हो चुकी है और वह अपनी ससुराल मुंबई में रहती हैं। घटना के वक्त घर में मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी अकेले ही थे।
72 घंटे बाद होगा खुलासा : भाजपा
इधर, वारदात के बाद हत्या पर भाजपा नेता अजय आलोक ने कहा कि हत्या किसी की भी हो यह एक जघन्य अपराध है। 72 घंटों के अंदर इसका खुलासा होगा। सभ्य समाज में आप अपराध को रोक नहीं सकते हैं। चाहे आप कितने ही सक्षम हो जाए। इसका एक उदाहरण अमेरिका है जहां ट्रंप पर हमला हो गया। राज्य सरकार अंकुश लगाना जानती है और इसे गंभीरता लेते हुए इसका खुलासा कर लिया जाएगा।