महासमुंद। जिले के बसना विकासखंड के ग्राम बूटीपाली में कथित बाबा द्वारा नि:संतान दंपतियों के चमत्कारिक उपचार करते हुए उनके संतान उत्पत्ति का दावा किया जा रहा था। इसके चलते हो रही भीड़ और शिकायत को देखते हुए जांच टीम ग्राम बुटीपाली पहुंची। मौके पर टीम ने देखा कि बाबा के दावे चिकित्सा विज्ञान के विपरीत होने बाद भी बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए कैंप में पहुंच रहे हैं।

इस कथित बाबा की शिकायत नेत्र विशेषज्ञ एवं अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश मिश्र ने महासमुंद कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर की थी। वहीं मीडिया में खबर के प्रकाशन के बाद प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद राजस्व, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम में भंवरपुर नायब तहसीलदार अर्पण कुर्रे, बीएमओ नारायण साहू सहित पुलिस की टीम ग्राम बूटीपाली पहुंची और बाबा पीताम्बर सिदार के अलावा गांव की महिलाओं का बयान दर्ज कर पंचनामा बनाया।

लंबे समय से इलाज का दावा

बाबा पीताम्बर सिदार ने अपने बयान में बताया कि वह बहुत लंबे समय से नि:संतान महिलाओं का इलाज कर रहा है। बीते शारदीय नवरात्रि से यहां इलाज कराने के लिए पहुंचने वालों की भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ गयी है, जबकि हम नहीं चाहते कि यहां लोगों की भीड़ हो। टीम द्वारा गांव की एक-दो महिलाओं का भी बयान लेकर पंचनामा बनाया गया है।

हफ्ते में दो दिन लगता है दरबार

अपनी शिकायत में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने आरोप लगाया है कि बाबा पीताम्बर सिदार हर मंगलवार और शनिवार को दरबार लगाकर निसंतान दंपतियों को संतान दिलाने के नाम पर गुमराह करने, भ्रम में डालने, अंधविश्वास फैलाने का का काम करते हैं। उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। उक्त बाबा द्वारा प्राकृतिक एवं चिकित्सा विज्ञान के विपरीत ग्रामीणों को धोखे में रखकर अपनी चमत्कारिक शक्तियों से नींबू खिलाकर, झाड़ फूंक कर नि:संतान दंपत्ति को संतान दिलाने और बीमारियों को ठीक करने का दावा किया जा रहा है। मामले में कलेक्टर, जिला चिकित्सा अधिकारी और अधिकारियों से जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई थी। बहरहाल जांच जारी है, और देखना यह है कि इस मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।