नेशनल डेस्क। वायनाड में भूस्खलन के बाद आज चौथे दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी है। चौथ दिन मलबे से चार लोगों को जिंदा निकालाया गया। अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है और बचावकर्मियों ने 195 शव बरामद किए हैं। 105 लोगों की मौत की पुष्टि उनके शरीर के अंगों से की गई है।

राहत कार्य में सेना, नौसेना और वायुसेना की 40 टीमें शामिल हैं। खोज क्षेत्र को 6 हिस्सों में बांटा गया है, जिनमें अट्टामला और अरानमला, मुण्डाकाई, पुंजारिमट्टम, वेलारामला गांव रोड, जीवीएचएसएस वेलारामला और नदी प्रवाह क्षेत्र शामिल हैं। एनडीआरएफ, डीएसजी और एमईजी की संयुक्त टीम के साथ स्थानीय लोग और वन विभाग के कर्मचारी भी बचाव कार्य में जुटे हैं। 8 पुलिस थानों के पुलिसकर्मी और तैराकी के विशेषज्ञ भी खोज में मदद कर रहे हैं। हेलीकॉप्टरों के माध्यम से भी खोज अभियान चलाया जा रहा है।

डॉग स्क्वैड की मदद से शवों की खोज की जा रही है। गौरतलब है कि खोज अभियान में 6 कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। तमिलनाडु से 4 कुत्तों वाले डॉग स्क्वैड को बुलाया गया है। सेना द्वारा निर्मित बैली ब्रिज के माध्यम से मुण्डकाई में 25 एम्बुलेंस पहुंचाई जाएंगी। दिल्ली से शनिवार को ड्रोन आधारित रडार लाया जाएगा जो मिट्टी में दबे शवों का पता लगाएगा।