रायपुर। छत्तीसगढ़ में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा का परिणाम छह साल बीत जाने के बाद भी जारी नहीं किया गया है। इससे परेशान अभ्यर्थी अब भगवान श्री राम के शरण में पहुंचे हैं। आज उन्होंने व्हीआईपी रोड स्थित श्री मंदिर में भगवान को एसआई भर्ती परीक्षा परिणाम जल्द निकलवाने ज्ञापन सौंपा।

भगवान राम से लगाई ये गुहार

बता दें कि पिछले कुछ समय से सभी अभ्यर्थी राजधानी रायपुर में अनोखे तरीकों से अपना विरोध जता रहे हैं। शुक्रवार को सभी अभ्यर्थियों ने सड़कों पर भीख मांगकर अपना विरोध जताया। प्रदेशभर से आए अभ्यर्थियों ने कहा कि इतने लंबे समय से रिजल्ट का इंतजार करते-करते वे मानसिक और आर्थिक रूप से बेहद थक चुके हैं। उन्होंने घोषणा की कि जब तक परिणाम घोषित नहीं किया जाता, वे रायपुर से अपने घर नहीं लौटेंगे और उनका प्रदर्शन भी जारी रहेगा।

भर्ती प्रक्रिया का 6 साल का लंबा इंतजार

छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर संवर्ग के 655 पदों पर भर्ती के लिए अगस्त 2018 में विज्ञापन जारी किया गया था। 2021 में, इन पदों की संख्या बढ़ाकर 975 कर दी गई। इसके बाद से इस भर्ती प्रक्रिया के विभिन्न चरण पूरे हो चुके हैं, लेकिन अंतिम परिणाम या चयन सूची अब तक जारी नहीं हुई है।

उच्च न्यायालय का आदेश और सरकार की उदासीनता

इस मामले में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि भर्ती प्रक्रिया 90 दिनों के भीतर पूरी की जाए, जिसमें परिणाम की घोषणा भी शामिल हो। यह समय सीमा 10 सितंबर को समाप्त हो चुकी है, लेकिन अब तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है। निराश होकर, अभ्यर्थियों ने गृह मंत्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी माँग रखी।

अभ्यर्थियों ने गृह मंत्री से साफ-साफ कहा कि या तो उन्हें तुरंत नियुक्ति दी जाए या उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि पुलिस विभाग केवल गृह मंत्री के आदेश का इंतजार कर रहा है, और जैसे ही मंत्री से हरी झंडी मिलेगी, परिणाम एक दिन के भीतर घोषित किया जा सकता है।

इन चरणों में हुई भर्ती परीक्षा

  • शारीरिक नापजोख: जून-जुलाई 2022
  • प्रारंभिक परीक्षा: 29 जनवरी 2023
  • मुख्य परीक्षा: 26 मई 2023 से 29 मई 2023 तक
  • शारीरिक दक्षता परीक्षा: 18 जुलाई 2023 से 30 जुलाई 2023 तक
  • साक्षात्कार परीक्षा: 17 अगस्त 2023 से 08 सितंबर 2023 तक

क्या कहते हैं अभ्यर्थी

अभ्यर्थियों का कहना है कि पुलिस विभाग में नियुक्ति के लिए उन्हें अपनी उम्र और कड़ी मेहनत का बड़ा हिस्सा लगाना पड़ा है। इसके बावजूद, उनकी मेहनत का फल अब तक नहीं मिला है। नियुक्ति न मिलने से उनका धैर्य टूट चुका है, और अब वे अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

इस देरी के कारण अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका है। वहीं इस मुद्दे पर सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाब या कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे अभ्यर्थियों की हताशा बढ़ती जा रही है।