टीआरपी डेस्क। अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर हमला बोला, लेकिन सिखों पर दिए एक बयान को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी ने वर्जीनिया में एक कार्यक्रम के दौरान सिखों के अधिकारों के बारे में बात की, जिससे भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है और उन्हें इस बयान को भारत में दोहराने की चुनौती दी है।
भाजपा ने जताया कड़ा विरोध
भाजपा नेता आरपी सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान दिल्ली में 3000 सिखों का नरसंहार हुआ था। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी यह नहीं कहते कि यह सब कांग्रेस के शासनकाल में हुआ। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह अपने बयान को भारत में दोहराएं, तब हम उनके खिलाफ केस दर्ज करेंगे और उन्हें अदालत में घसीटेंगे।”
शिवराज सिंह का भी हमला
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता होने के नाते उनकी जिम्मेदारी देश की छवि को बनाए रखने की है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का उदाहरण देते हुए कहा कि अटल जी ने कभी भी विदेशों में देश की छवि खराब करने का प्रयास नहीं किया।
क्या बोले थे राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने वर्जीनिया में अपने भाषण में कहा, “लड़ाई इस बात पर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति होगी, क्या वह गुरुद्वारे जा सकेगा। यह लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के अधिकारों के लिए है।” उनके इस बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे देश विरोधी बताया।
भाजपा ने राहुल के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगर वह ऐसा बयान भारत में दोहराते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।