नेशनल डेस्क। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले ने वैश्विक बाजारों में आई तेजी के चलते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजारों ने मजबूत शुरुआत की। निफ्टी 50 इंडेक्स 110.15 अंक (0.43 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 25,525.95 अंक पर खुला, जबकि सेंसेक्स 418.24 अंक (0.50 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 83,603.04 अंक पर खुला। विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही भारतीय बाजारों में उच्च मूल्यांकन को लेकर चिंता बनी हुई हो, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों में अपनी स्थिति में बदलाव किया है। घरेलू निवेशकों द्वारा भारतीय बाजारों में मजबूत समर्थन जारी है, जो बाजार की स्थिरता को बनाए रखने में मदद कर रहा है।
विशेषज्ञों की राय और क्षेत्रीय प्रदर्शन
बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा, अमेरिकी बाजारों ने जोरदार वापसी की है, जिसमें एसएंडपी 500 ने इस साल 39वां सर्वकालिक उच्च स्तर बनाया। एशियाई बाजार भी सकारात्मक हैं। हालांकि, बुधवार को भारत में एफआईआई प्रवाह के लिए नकारात्मक आंकड़े देखे गए। अधिकांश विदेशी ब्रोकरेज भारत के मूल्यांकन को एक सामरिक मुद्दा बता रहे हैं, जिसमें एमएससीआई इंडिया इंडेक्स एक साल के आगे के पीई पर 24 गुना है।
निफ्टी मेटल इंडेक्स ने दर्ज की बढ़त
इस बीच, निफ्टी मेटल इंडेक्स ने शुरुआती सत्र में 0.96 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़त दर्ज की, जबकि निफ्टी बैंक, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी ऑटो सहित अन्य क्षेत्रीय सूचकांकों ने भी सकारात्मक प्रदर्शन किया। शुरुआती कारोबार में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली, जबकि टाटा मोटर्स, एलटीआईएम और डॉ. रेड्डीज के शेयरों में गिरावट आई।
एशियाई बाजारों में तेजी और वैश्विक असर
फेड रेट कट से प्रेरित रैली का अनुसरण करते हुए एशियाई बाजारों ने भी सकारात्मक प्रदर्शन किया। जापान के निक्केई 225 में 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, हांगकांग के हैंग सेंग में 1.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और दक्षिण कोरिया के कोस्पी सूचकांक में 0.78 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। गुरुवार को अमेरिकी बाजारों में भी सकारात्मक रुख देखने को मिला, जिसमें डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज और एसएंडपी 500 ने नए सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ।
वैश्विक बाजारों में सकारात्मकता के चलते भारतीय शेयर बाजारों को मिली नई ऊर्जा
निवेशकों ने फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में आधे प्रतिशत की कमी करने के निर्णय पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, जो बाजार में आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद कर रहा है। बता दें कि, वैश्विक बाजारों में सकारात्मकता के चलते भारतीय शेयर बाजारों में भी एक नई ऊर्जा देखने को मिल रही है, जो निवेशकों के लिए अच्छे अवसर प्रदान कर सकती है। आगे आने वाले समय में एफआईआई की गतिविधियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि ये भारतीय बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।