रायपुर। कवर्धा के लोहारडीह गांव में हुए अग्निकांड मामले में कांग्रेस ने 21 सितंबर को प्रदेश बंद का ऐलान किया था। इस विषय पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेसवार्ता के दौरान बंद को सफल बताया और मृतक के परिजनों के लिए 50-50 लाख रूपए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दबाव बनाने के बाद विष्णुदेव सरकार को मामले में कार्रवाई करनी पड़ी।
कवर्धा के लोहारीडीह अग्निकांड मामले में विष्णुदेव सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना के बाद लगातार सरकार की नाकामियां सामने आ रही है। कांग्रेस पार्टी के विधायकगण जब जेल जाकर घटना की वजह से कैद लोगों से जब मिलना चाहा तो उन्हें अनुमति नहीं दी गई।
विष्णुदेव सरकार से यह मांग करता हूं कि प्रशांत साहू को मारी पड़ी, उसके भाई ने बताया कि उसे भी मारा गया और दोनों भाई के शरीर पर गंभीर चोट के निशान है। साथ ही पुलिस ने सबको डंडे, पट्टे, लात-घूंसों से पीटा, जितने लोगों को पीटा गया, सबके शरीर पर चोट के निशान है, इन सभी का मेडिकल टेस्ट होना चाहिए। मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए क्योंकि मजिस्ट्रेट जांच उन्हीं के अधिकारी उनके खिलाफ कैसे करेंगे।
घटना में मृतक प्रशांत साहू के परिवार में एक आठ साल का बच्चा है, शिवप्रसाद के पांच बच्चे हैं और उसकी पत्नी को जेल में डाल दिया गया। इन बच्चों के लिए सरकार ने अब तक कोई व्यवस्था नहीं की है। इतना ही नहीं, इस मामले ऐसे लोगों को जेल में डाला गया है, जिसका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं और मृतकों की पत्नी को भी जेल में रखा गया है।
सरकार से यह मांग है कि सही गिरफ्तारी हो, किसी भी निर्दाेष को जेल में बंद न किया जाए। इस पुलिसिया कार्रवाई से सब ग्रामीण दहशत में है, गांव में कोई बात करने को तैयार नहीं है और पूरा गांव सुनसान पड़ा हुआ है, घरों में ताले लगे हुए है। वह तो प्रशांत की मां ने बेखौफ होकर आवाज उठाई और बताया कि पुलिस ने बर्बरता से उनके बेटे को पीटा है।
राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि घटना के दौरान कौन शामिल थे, अभी कौन गायब है, जो गायब है वह जीवित है कि भी नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए। गांव के लोग डरे हुए, घर-घर में ताले लटके हुए है।