0 अमेरिका जाकर राहुल का भारत में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर आरक्षण खत्म करने की बात कहना घोर निंदनीय
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री, छत्तीसगढ़ प्रभारी और प्रतापगढ़ (उप्र) के पूर्व सांसद संगमलाल गुप्ता ने कहा है कि कांग्रेस सदैव ही आरक्षण विरोधी रही है। अभी हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका की यात्रा के दौरान अपने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह कहा है कि जब भारत में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार केंद्र में बनेगी तो हमारी (कांग्रेस की) सरकार आरक्षण को खत्म कर देगी। श्री गुप्ता ने कहा कि देश की जनता के सामने भी यह तथ्य आना चाहिए कि जो आरक्षण की बात करते हैं, उनका असली राजनीतिक चरित्र क्या है और उनकी आरक्षण को लेकर सोच क्या है? राहुल गांधी ने अमेरिका जाकर जो केंद्र में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर आरक्षण खत्म करने की बात कही है, देश का ओबीसी समुदाय उसकी घोर निंदा करता है।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री गुप्ता ने एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के आरक्षण विरोधी इतिहास की विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने 1990 में मंडल कमीशन की रिपोर्ट रद्द कर दी थी और लोकसभा में ओबीसी समुदाय को आरक्षण देने का विरोध किया था। राजीव गांधी ने तब यह भी कहा कि आरक्षण के माध्यम से हमें ‘बुद्धुओं’ को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। लोकसभा में ऑन रिकॉर्ड यह कहकर राजीव गांधी ने ओबीसी समुदाय को अपमानित किया।
‘मंडल कमीशन को ठन्डे बास्ते में डाल दिया था इंदिरा ने’
गुप्ता ने कहा कि राजीव गांधी से पहले इंदिरा गांधी ने भी मंडल कमीशन की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। नीरज चौधरी की किताब ‘हाऊ प्रइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ में यह लिखा हुआ है कि मंडल कमीशन की आरक्षण दिए जाने की रिपोर्ट को लेकर इंदिरा गांधी ने अपनी सरकार के कानून मंत्री शिवशंकर से कहा कि ऐसा एटीआर तैयार कीजिए कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। इंदिरा गांधी ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर कभी बात ही नहीं की। इंदिरा गांधी से पहले पं. जवाहरलाल नेहरू ने भी मुख्यमंत्रियों को लिखे अपने एक पत्र में कहा कि जाति-समुदायों को दिया जाने वाला आरक्षण खत्म होना चाहिए।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री गुप्ता ने कहा कि अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने संविधान की दुहाई देते हुए यह दुष्प्रचार करके देश की भोली-भाली जनता को गुमराह किया कि भारतीय जनता पार्टी संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी। चूँकि कांग्रेस का यह इतिहास रहा है कि ये आरक्षण विरोधी हैं और आरक्षण को खत्म करेंगे। आजादी के बाद से कांग्रेस ने देश पर राज किया और गरीबी हटाओ का नारा दिया लेकिन सन् 2014 में जब देश में एक गरीब का बेटा देश का प्रधानमंत्री बना, तब सन् 2018 में उस मंडल कमीशन की सिफारिशों के अनुरुप संवैधानिक तौर पर ओबीसी आरक्षण देने की क्रांतिकारी पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। नीट की परीक्षा में आरक्षण, सैनिक स्कूल में आरक्षण, मेडिकल कॉलेज में आरक्षण, केंद्र की सरकार में ओबीसी समुदाय के 27 मंत्री बनाने का ओबीसी हितैषी काम प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किया। जबकि कांग्रेस का लगातार देश की जनता को गुमराह करने का इतिहास रहा है।
पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश चंद्राकर, प्रदेश उपाध्यक्ष शांतनु साहू, प्रदेश मंत्री होरीलाल सिन्हा, जिला अध्यक्ष सुनील चौधरी और मोर्चा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्रवण भी उपस्थित रहे।