रायपुर। कॉल मी सर्विस ठेका कंपनी के खिलाफ कर्मचारियों का गुस्सा उभरकर सामने आया है। अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों ने काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। उनका आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।
कर्मचारियों ने की शिकायतें
- ईपीएफ और ईएसआईसी में गड़बड़ी: कर्मचारी आरोप लगा रहे हैं कि उनके ईपीएफ और ईएसआईसी में गंभीर अनियमितताएं की जा रही हैं।
- ज्वाइनिंग/एक्सपीरियंस लेटर नहीं मिलना: कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें ज्वाइनिंग और एक्सपीरियंस लेटर नहीं दिए जा रहे हैं, जिससे उनकी नौकरी बदलने पर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
- आईडी कार्ड में भेदभाव: आईडी कार्ड में एम्स की जगह “आउटसोर्स” लिखा जा रहा है, जो भेदभाव का संकेत है। साथ ही, कई कर्मचारियों को आईडी कार्ड भी नहीं दिए जा रहे हैं।
- बोनस और एरियर्स न मिलना: कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें न तो बोनस मिल रहा है और न ही एरियर्स दिए जा रहे हैं।
- वर्दी नहीं दी: कर्मचारियों ने कहा है कि उन्हें कंपनी द्वारा आवश्यक वर्दी भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
- छुट्टी और रिलीवर में दिक्कतें: छुट्टी पर जाने वाले कर्मचारियों के लिए रिलीवर की व्यवस्था में भी समस्या है, जिससे उन्हें काम के दौरान अतिरिक्त मानसिक और शारीरिक दबाव झेलना पड़ता है।
- कर्मचारी का बिना कारण निकाला जाना: दो साल पहले एक सहकर्मी को बिना किसी ठोस कारण के नौकरी से निकाल दिया गया था। उसकी वापसी की अपील को कंपनी लगातार नजरअंदाज कर रही है, जिससे उसके परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है और बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो गई है।
कर्मचारियों ने दी चेतावनी
कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे। उनके अनुसार, कंपनी की लगातार अनदेखी और मनमानी ने उन्हें इस कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।