बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक अनोखा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बेरोजगार युवक बबलू उर्फ मधु मोड़ियाम ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर सरकार की पुनर्वास नीति योजना का लाभ लेने के लिए खुद को नक्सली घोषित करने की कोशिश की। युवक पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने पहुंचा, यह दावा करते हुए कि वह मानपुर मोहला कमेटी का नक्सली सदस्य है और कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है।

इस मामले की जांच के दौरान बालोद पुलिस ने पाया कि बबलू और उसके साथी सुदेश उर्फ मनकू तथा ओमप्रकाश नेताम का नक्सलियों से कोई संबंध नहीं है। वे सिर्फ सरकार की पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि और अन्य लाभ पाने के लिए यह साजिश रच रहे थे।

दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार हाथ में हथियार थामें नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने लोन वर्राटू अभियान चला रही है. इसके तहत नक्सली विचारधारा को छोड़ आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की ओर से सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जा रही है। इन्हीं योजनाओं का लाभ पाने की मनसा लिए बीजापुर जिले के रहने वाला बेरोजगार युवक बबलू उर्फ (मधु मोड़ियाम) अपने रिश्तेदार सुदेश उर्फ मनकू और मानपुर मोहला क्षेत्र के रहने वाले एक साथी ओमप्रकाश नेताम के साथ बालोद पहुंचा और पुलिस के समक्ष अपने आपको मानपुर मोहला कमेटी का नक्सली सदस्य बताकर कई नक्सली घटना में शामिल होने की बात कहते हुए आत्मसमर्पण करने की बात कही।