जगदलपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने गांधी जयंती पर सत्याग्रह पदयात्रा करने का ऐलान किया है। प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, मनीष मिश्रा और विकास राजपूत ने कहा कि 2 अक्टूबर को हजारों शिक्षक अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे। इन मांगों में केंद्र सरकार द्वारा दी गई गारंटी, खासकर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करने की मांग प्रमुख है।

पुरानी पेंशन की बहाली और वेतन विसंगति सुधार

संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक राजेश गुप्ता और देवराज खूंटे ने बताया कि राज्य सरकार ने चुनाव के दौरान एलबी संवर्ग के शिक्षकों की वेतन विसंगतियों को दूर करने और पुराने पेंशन को पुनः लागू करने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा, शिक्षकों की वेतन संरचना को केंद्र के अनुरूप करने की मांग भी की गई है, जिसमें 1.86 के गुणांक के आधार पर वेतन निर्धारण शामिल है। साथ ही, 33 वर्ष के बजाय 20 वर्ष की सेवा के बाद पूर्ण पेंशन का प्रावधान भी शिक्षकों की मांगों में से एक है। माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा डबल बैंच द्वारा पारित निर्णय के तहत सभी पात्र एलबी संवर्ग के शिक्षको के लिए क्रमोन्नति/समयमान देने कि मांग की गई है।

शिक्षक व कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने और जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर राशि का समायोजन जीपीएफ/सीजीपीएफ खाता में करने की मांग की गई है।

मांग पत्र और चरणबद्ध आंदोलन

CG News: ज्ञात हो शिक्षक मोर्चा द्वारा आगामी 2 माह का चरणबद्ध आंदोलन ‘पूर्व सेवा गणना मिशन’ अभियान में तय किया गया है, जिसके तहत- 14 अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालय में ज्ञापन दिया जाएगा। 1 नवंबर राज्य स्थापना के दिवस प्रदेश भर के शिक्षक पूर्व सेवा गणना दीप जलाकर अधिकार मांगेंगे।

11 नवंबर को प्रदेश के 146 विकास खंड में मुयमंत्री जी के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। 12 नवंबर से 24 नवंबर के बीच प्रदेश के मुयमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक को मांग पत्र सौंपा जाएगा और 25 नवबर 2024 को इंद्रावती से महानदी भवन मुख्यालय तक पैदल मार्च करेंगे।