नेशनल डेस्क। आज, 2 अक्टूबर को हम भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्मदिन गांधी जयंती के रूप में मना रहे हैं। महात्मा गांधी, जिन्होंने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों से इस देश को स्वतंत्रता दिलाई, उनकी जीवन गाथा प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत है। उनका संघर्ष केवल आजादी के लिए नहीं था, बल्कि एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए भी था जहाँ मानवता ही सबसे बड़ा धर्म हो।
गांधी जी का मानना था कि क्षमा ताकतवर की निशानी है और यह जीवन को सरल बना सकती है। इस महान विचारधारा ने न केवल भारत को बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया। इसलिए, 2 अक्टूबर को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
शायरी के माध्यम से श्रद्धांजलि:
“हमेशा सच्चाई का शस्त्र लेकर, अहिंसा का अस्त्र लेकर
जिसने देश अपना बचाया, अंग्रेजों को दूर भगाया था
दुश्मनों से भी किया प्यार, मानव पर किया उपकार
बापू करते हैं आपको नमन, चढ़ाते हैं हम सब प्रेम-सुमन
Happy Gandhi Jayanti 2024!”
महात्मा गांधी का जीवन एक संदेश है कि सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने से ही स्थायी शांति और समृद्धि संभव है। उनके सिद्धांतों ने न केवल अंग्रेजों से भारत को मुक्त कराया, बल्कि एक ऐसी दुनिया का सपना भी दिखाया जहां हर व्यक्ति समान हो और एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भावना रखे।
“जीवन में ये बात सदा याद रखना, सच और मेहनत के हमेशा साथ रहना
बापू तुम्हारे साथ हैं, हर बच्चे के पास हैं, सच्चाई जहां भी है
वहां उनका वास है, गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!”
खादी और कर्म की महिमा:
“मेरी शान है खादी
कर्म ही मेरी पूजा है
मेरा कर्म है सच्चा
हिंदुस्तान मेरी जान है
गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!”
महात्मा गांधी ने अपने सरल जीवन और खादी के प्रति प्रेम से स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा दिया। उनके इस कदम ने न केवल विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाया।
“सिर्फ एक सत्य, एक अहिंसा
दो हैं जिनके हथियार
उन हथियारों से ही तो
कर दिया हिंदुस्तान आजाद
ऐसे अमर आत्मा को करो सब मिलके सलाम!”