रायपुर। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के मालखरौदा थाना क्षेत्र में एक फर्जी SBI शाखा खोलने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस फर्जीवाड़े में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सक्ती के एसडीओपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस धोखाधड़ी का खुलासा किया।

कैसे खुला SBI का फर्जी बैंक
मालखरौदा क्षेत्र के छपोरा गांव में आरोपी अनिल भास्कर ने SBI की नकली शाखा खोल ली थी। उसने नौकरी के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की। इस मामले में आठ अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनके खिलाफ पहले से ही बिलासपुर जिले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।
संदिग्ध शाखा का पता कैसे चला
पुलिस टीम को सक्ती जिले में SBI की नई शाखा खुलने की सूचना मिली थी। जब पुलिस अधिकारियों को शक हुआ, तो उन्होंने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया। भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां देखा कि बैंक की तर्ज पर एक फर्जी शाखा चलाई जा रही थी। जांच के दौरान पता चला कि वहां के मैनेजर नहीं थे और कर्मचारियों से पूछताछ के दौरान संदेह और बढ़ गया। इसके बाद बैंक अधिकारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
फर्जीवाड़े में तीन आरोपी मुख्य भूमिका में
जांच में पाया गया कि इस फर्जीवाड़े में प्रारंभिक तौर पर तीन आरोपी शामिल हैं। मुख्य आरोपी रायपुर का रहने वाला है, जबकि दो अन्य आरोपी कोरबा के निवासी हैं।
फर्जी तरीके से भर्ती और संचालन
छपोरा में चल रही इस फर्जी SBI शाखा में पिछले सात दिनों से आधा दर्जन कर्मचारी काम कर रहे थे। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें भर्ती के लिए आवेदन करने के बाद बैंकिंग कार्य का प्रशिक्षण दिया गया था। इस फर्जी शाखा के माध्यम से लोगों से नौकरी और बैंक खाता खोलने के नाम पर ठगी की जा रही थी।
जब गांव के बैंक में खाता खुलवाने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि सर्वर चालू नहीं हुआ है। बैंक कर्मचारियों की बातों और कामकाज को देखकर ग्रामीणों को संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने असली SBI अधिकारियों से संपर्क किया। जांच के दौरान इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। सक्ती के एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि फर्जी बैंक शाखा खोलने और फर्जी नौकरी देने का मामला सामने आने के बाद तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।