रायपुर। छत्तीसगढ़ के बारनवापारा अभ्यारण्य में प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अनोखा अवसर आने वाला है। 21 से 23 अक्टूबर 2024 को वन विभाग और बारनवापारा अभ्यारण्य के संयुक्त प्रयास से बटरफ्लाई मीट का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य तितलियों की विभिन्न प्रजातियों को करीब से जानने और उनके पर्यावरणीय महत्त्व को समझने का मौका देना है।

इकोटूरिज्म को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए QR कोड भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे इच्छुक लोग आसानी से पंजीयन करा सकते हैं। स्टूडेंट्स के लिए पंजीकरण शुल्क 1500 रुपये और अन्य व्यक्तियों के लिए 2000 रुपये रखा गया है, जिसमें 18 से 60 वर्ष तक की आयु के लोग भाग ले सकते हैं।

बारनवापारा अभ्यारण्य, जो 244.66 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियों का घर है। इनमें वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित कई दुर्लभ प्रजातियाँ भी शामिल हैं, जैसे क्रिमसन रोज और सिपोरा निरिसा। इसके अलावा, यहां 14-16 हाथियों का समूह और एक बाघ भी निवास करते हैं, जो इसे और भी खास बनाते हैं।

रायपुर से मात्र दो घंटे की दूरी पर स्थित यह अभ्यारण्य प्रकृति प्रेमियों और इकोटूरिज्म के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थल है, जहाँ तितलियों के साथ-साथ अन्य वन्यजीवों को करीब से देखने का मौका मिलता है।