टीआरपी डेस्क। भारत की ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने पूर्व खिलाड़ी और भाजपा नेता बबीता फोगाट को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। साक्षी ने कहा कि देश के पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के पीछे बबीता का एक खास एजेंडा था, क्योंकि वह खुद डब्ल्यूएफआई की अध्यक्ष बनना चाहती थीं।

पिछले साल की शुरुआत में, कई प्रमुख पहलवानों जैसे विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने जंतर-मंतर पर बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिसमें उन पर महिला खिलाड़ियों के साथ शोषण के आरोप लगाए गए थे। अब साक्षी ने खुलासा किया है कि बबीता फोगाट उन लोगों में से एक थीं जिन्होंने इस प्रदर्शन को भड़काया।
बबीता का निजी एजेंडा
साक्षी ने इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए बताया, “बबीता ने पहलवानों को एकत्र किया और महासंघ में हो रहे शोषण के खिलाफ प्रदर्शन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए। उनके पीछे अपना एक निजी एजेंडा था डब्ल्यूएफआई की अध्यक्ष बनने का। यह भी कहा जा रहा था कि हमारे प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस का हाथ था, लेकिन यह सच नहीं है। दरअसल, हमें प्रदर्शन के लिए अनुमति दिलाने में भाजपा के दो नेताओं बबीता और तीरथ राणा ने मदद की।
किताब में किए खुलासे
साक्षी ने हाल ही में अपनी किताब ‘Witness’ लॉन्च की है, जिसमें उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने 2012 में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान बृजभूषण द्वारा उनके साथ यौन शोषण की कोशिश का एक अनुभव साझा किया, जिसका उन्होंने डटकर विरोध किया था।
प्रदर्शन के दौरान, साक्षी ने कुश्ती से संन्यास लेने का भी एलान किया था। इस प्रदर्शन में शामिल होने वाले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थामा था, और विनेश ने चुनाव भी लड़ा था, जिसमें उन्हें सफलता मिली। हालांकि, साक्षी ने अभी तक राजनीति से दूरी बनाए रखी है।