टीआरपी डेस्क। छठ पूजा के करीब आते ही यमुना में प्रदूषण को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। इस विवाद के बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गुरुवार को यमुना में डुबकी लगाकर दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया।

साफ यमुना का अधूरा वादा
सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 2025 के चुनाव से पहले यमुना को साफ करने का वादा किया था और दिल्लीवासियों से कहा था कि वे खुद यमुना में डुबकी लगाएंगे। सचदेवा ने इस वादे को याद दिलाते हुए कहा, “हमने केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी को यमुना में डुबकी लगाने का आमंत्रण दिया था, लेकिन वे नहीं आए, क्योंकि उन्होंने यमुना को साफ करने का वादा पूरा नहीं किया।”
भाजपा की चुनौती और आरोप
सचदेवा ने आरोप लगाया कि यमुना सफाई के लिए मिले 8500 करोड़ रुपये का सही उपयोग नहीं हुआ और दिल्ली सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पड़ोसी राज्यों को दोषी ठहरा रही है। बुधवार को, सचदेवा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर केजरीवाल को 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान किए वादे के अनुसार यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी थी।
रेड कार्पेट और सिंहासन का विरोध
गुरुवार सुबह आइटीओ घाट पर भाजपा ने विरोध के तौर पर मुख्यमंत्री और आतिशी के लिए दो सिंहासन और रेड कार्पेट बिछाकर प्रतीकात्मक स्वागत की तैयारी की। सचदेवा ने मीडिया से कहा, “केजरीवाल को शाही जिंदगी और राजशाही की आदत है, इसलिए हमने उनके लिए रेड कार्पेट बिछाया।” जब केजरीवाल और आतिशी नहीं आए, तो सचदेवा ने खुद यमुना में डुबकी लगाई और मां यमुना से क्षमा याचना की कि दिल्ली सरकार ने यमुना सफाई के लिए मिले फंड का दुरुपयोग किया। इस विरोध के बाद, यमुना प्रदूषण और दिल्ली सरकार के वादों को लेकर राजनीतिक संघर्ष और तेज होने की उम्मीद है।