नई दिल्ली। बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को 70 से अधिक भारतीय विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिससे सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू किया गया। इस स्थिति के कारण कई उड़ानों को डायवर्ट किया गया और लैंडिंग के बाद उन्हें आइसोलेशन-बे में ले जाकर गहन जांच की गई, लेकिन छानबीन के बाद सभी धमकियों को फर्जी करार दिया गया। जानकारी के अनुसार पिछले 11 दिनों में ही 255 से ज्यादा विमानों में बम की धमकियां मिल चुकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमकियों के चलते एविएशन सेक्टर को 600 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।

सूत्रों के अनुसार, एयर इंडिया, विस्तारा, और इंडिगो की लगभग 20-20 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जबकि आकासा एयर की लगभग 14 उड़ानों को भी इसी प्रकार की धमकी दी गई। पिछले 11 दिनों में भारतीय एयरलाइनों द्वारा संचालित लगभग 250 उड़ानों को इस प्रकार की धमकियों का सामना करना पड़ा है।

सुरक्षा नियमों का पालन

आकासा एयर के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि 24 अक्टूबर को संचालित होने वाली कुछ उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। उनकी आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें स्थिति की निगरानी कर रही हैं और सुरक्षा अधिकारियों के संपर्क में हैं। वे स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने बताया कि सरकार एयरलाइनों को बम से उड़ाने की धमकी के मामलों से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई की योजना बना रही है, जिसमें धमकी देने वालों को नो-फ्लाई सूची में डालने का प्रावधान शामिल है।

सोशल मीडिया एक्स के जरिए सबसे ज्यादा धमकी

पिछले कुछ समय से, भारतीय विमानन कंपनियों को लगातार बम से उड़ाने की धमकी मिल रही है, जिनमें से कई धमकियां एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से दी गई हैं। इसके चलते सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक्स को फटकार लगाई है और उनसे पूछा है कि इस तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

केंद्र सरकार की सक्रियता

विमानों को बम की धमकियों के मद्देनजर, केंद्र सरकार ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव संकेत एस भोंडवे की अध्यक्षता में एक वर्चुअल बैठक बुलाई। इस बैठक में विमानन कंपनियों और एक्स तथा मेटा जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के प्रतिनिधि शामिल हुए।