रायपुर। ATS और रेंज साइबर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 पुलिसकर्मियों समेत 2 अन्य को गिरफ्तार किया है। इन कांस्टेबलों पर लंबे समय से जीआरपी की टीम ने नजर बनाए रखी थी क्योंकि इन पर गांजा तस्करी का संदेह था।

24 अक्टूबर को GRP की टीम ने 10-10 किलो ग्राम गांजा के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद ATS ने जांच को आगे बढ़ाते हुए बिलासपुर में सक्रिय तस्करों पर फोकस किया। जांच में पता चला कि जबलपुर निवासी तस्कर योगेश सौंधिया (39) और उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का रोहित द्विवेदी (32) इन तस्करी गतिविधियों में शामिल थे। ATS ने इन दोनों आरोपियों को रायपुर लाकर पूछताछ शुरू की।

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने GRP के कांस्टेबल संतोष राठौर, लक्ष्मण गाइन, मन्नू प्रजापति और सौरभ नागवंशी के नाम बताए, जो इस तस्करी में सहयोग कर रहे थे। इन कांस्टेबलों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत एक टीम बनाई गई। पकड़े गए दो कांस्टेबलों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया, जबकि बाकी दो से रिमांड पर पूछताछ जारी है। इनमें से एक कांस्टेबल पहले भी कोकीन के साथ पकड़ा गया था और उसे 10 महीने की सजा भी हुई थी।

सूचना के अनुसार, इन तस्करों ने ट्रेनों के माध्यम से गांजे की तस्करी की योजना बनाई थी। राज्य रेलवे सुरक्षा बल (GRP) में एंटी क्राइम टीम इसी उद्देश्य के लिए बनाई गई थी। इस टीम में बिलासपुर GRP के चार कांस्टेबलों के साथ राजा दुबे और प्रधान आरक्षक इंद्रजीत बघेल को भी शामिल किया गया था। हालांकि, बाद में राजा दुबे और इंद्रजीत बघेल का ट्रांसफर कर दिया गया। इस बीच IG को शिकायत मिली कि GRP में कुछ कांस्टेबल उच्च अधिकारियों के संरक्षण में तस्करी में संलिप्त हैं।

इस गिरफ्तारी से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है, और मामले की गहन जांच जारी है ताकि इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।