बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के जंगलों में वन विभाग के अमले की लापरवाही का नुकसान जंगली जानवरों ही नहीं आम लोगों को भी उठाना पड़ता है। शिकारियों द्वारा जानवरों को मारने के लिए बिछाए गए बिजली के तारों से छोटे जानवर तो मारे ही जाते हैं, इसकी चपेट में आकर हाथी जैसे विशालकाय जानवर भी मौत के आगोश में समा रहे हैं। इस बार एक नर शावक हाथी बिजली के तारों के संपर्क में आकर मारा गया। इस मामले में वन विभाग ने शिकारियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उनकी खोजबीन शुरू कर दी है।
बिलासपुर वन मंडल के तखतपुर वन परिक्षेत्र के टिंगीपुर इलाके में इस नर हाथी शावक की करंट लगने से मौत हो गई। घटनास्थल अचानकमार टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है। वन अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शिकार के लिए बिछाए गए बिजली के तारों की चपेट में आने से हुई है। इस मामले में अज्ञात शिकारियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
5 हाथियों का दल विचरण कर रहा है इलाके में
CCF बिलासपुर प्रभात मिश्रा ने TRP न्यूज़ को बताया कि अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) के इलाके में 5 हाथियों का एक दल बड़ी ही शांति के साथ विचरण कर रहा है। इसी दल में शामिल नर शावक की मौत करंट की चपेट में आने से हो गई। इसे बहुत बड़ी क्षति बताते हुए प्रभात मिश्रा ने बताया कि उन शिकारियों की तलाश की जा रही है, जिन्होंने जानवरो का शिकार करने के लिए बिजली के तार बिछाए थे।
ATR के फील्ड डायरेक्टर मनोज पाण्डेय ने बताया कि एसटीपीएफ (स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स) की टीम ने शुक्रवार को एटीआर से लगभग एक किलोमीटर दूर तखतपुर वन मंडल के टिंगीपुर इलाके के परसापारा गांव के पास शावक को मृत अवस्था में पाया। इसके बाद बिलासपुर और मुंगेली वन मंडल, वन विकास निगम और एटीआर के वन अधिकारियों की संयुक्त टीम तुरंत मौके पर पहुंची और देखा कि लगभग 2 साल के शावक का शव करीब दो दिन पुराना था। शावक के गले और पैर में जलने के निशान दिखाई दे रहे थे, जो इस बात का संकेत था कि शिकार के इरादे से बिछाए गए बिजली के तारों में उलझने से उसकी मौत हुई।
मनोज पाण्डेय ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, शावक की मौत 30 अक्टूबर की रात को हुई होगी। घटनास्थल के आसपास बिजली के तार नहीं मिले हैं, लेकिन सूअरों के पैरों के निशान अवश्य देखे गए हैं, जिससे लगता है कि शिकारियों ने जंगली सूअरों के शिकार के लिए तार बिछाए थे, जिस की चपेट में आकर शावक हाथी की जान चली गई।
दो दिन पहले हाथियों का एक दल इस क्षेत्र में विचरण कर रहा था, जिसमें 4 बड़े हाथी और एक शावक शामिल था। आशंका है कि इसी दल का शावक करंट की चपेट में आ गया। वन विभाग की टीम मामले की गहन जांच कर रही है। डॉक्टरों की टीम द्वारा शावक का पोस्टमार्टम किया गया है।