राजनांदगांव। महाराष्ट्र में कल यानि 20 नवंबर को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान होगा। नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली और गोंदिया जिलों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव रेंज से सटे इन इलाकों में चुनाव संपन्न कराने में छत्तीसगढ़ पुलिस भी सक्रिय सहयोग कर रही है।
इस चुनाव में खास बात यह हैं कि गढ़चिरौली में पहला अवसर होगा, जब लोकतंत्र के प्रति गहरी आस्था व्यक्त करते 170 आत्मसमर्पित नक्सली अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
गढ़चिरौली जिले के अहेरी, आर्मोरी और गढ़चिरौली में कड़ी सुरक्षा के बीच वायुसेना के हेलीकाप्टर से मतदान कर्मियों को संवेदनशील बूथों में पहुंचाया गया है। गढ़चिरौली जिले में कुल 16 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इसी तरह गोंदिया जिला भी राजनांदगांव जिला की सरहद से सटा हुआ है। ऐसे में गोंदिया जिले के तोयागोंदी, दर्रेकसा, चांद-सूरज, देवरी, चीचगढ़ समेत अन्य संवेदनशील बूथों में भी जवान तैनात किए गए हैं।
गढ़चिरौली और गोंदिया महाराष्ट्र का नक्सल प्रभावित जिला है। माओवादियों के उत्पात से निपटने के लिए गढ़चिरौली पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ मोर्चा सम्हाला हुआ है। गढ़चिरौली में उच्च प्रशिक्षित पुलिस अफसरों की 500 सदस्यीय टीम अलग-अलग इलाकों में तैनात की गई है। 700 से ज्यादा स्थानीय होमगार्ड जवान भी चुनाव संपन्न कराने मुस्तैद हैं। इस तरह समूचे गढ़चिरौली जिले में 16 हजार से अधिक जवानों को जिम्मेदारी दी गई है। एक जानकारी के मुताबिक 367 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों में केंद्रीय सुरक्षा बल का पहरा लगाया गया है। वहीं 130 अत्याधुनिक ड्रोन भीतरी इलाकों में उड़ान भरकर हर गतिविधियों पर नजर रखेगी।