भाटापारा। राजधानी रायपुर के पड़ोसी जिले बलौदा बाजार-भाटापारा में हुए किन्नर हत्याकांड का 48 घंटे के भीतर पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। यहां ढाबाडीह गांव के बंद पडे़ पत्थर खदान में किन्नर की लाश मिली थी। इस दौरान डेढ़ लाख रुपए बरामद किये गए थे। पुलिस ने त्वरित जांच के बाद इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामला किन्नर मठ पर कब्जे की नीयत से सुपारी देकर हत्या का निकला।
बंद खदान के पानी में मिली थी लाश
दो दिन पूर्व पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम ढाबाडीह के पास एक बंद पड़े खदान के पानी में एक महिला की लाश तैरती हुई मिली है। इसके बाद थाना सिटी कोतवाली का पुलिस बल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तत्काल घटनास्थल पहुंचा एवं शव को पानी से निकालकर उसकी जांच पंचनामा करवाई किया गया। इस दौरान शव की विधिवत जांच पर से शव से ₹500-500 की तीन गड्डी में कुल डेढ़ लाख रुपये मिले, जिसे विधिवत जप्त किया गया है।
मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान
इस दौरान शव का एवं संपूर्ण घटनास्थल का वैज्ञानिक अधिकारी के माध्यम से विधिवत जांच तस्दीक करवाया गया, जिसमें शव को किसी धारदार हथियार से गले, आदि में घातक वारकर मृतक की हत्या करना पाया गया। प्रकरण में थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 865/24 धारा 103,238 बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। शव का पोस्टमार्टम, जांच कार्यवाही में शव किसी किन्नर का होना पाया गया।
काजल किन्नर का निकला शव
शव की पहचान के संबंध मे पुलिस टीम की कार्यवाही के दौरान जानकारी जुताई गई। इस दौरान शव, ग्राम जोरा जिला रायपुर निवासी काजल किन्नर का होना पाया गया, जिसकी थाना तेलीबांधा जिला रायपुर में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज थी। तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा मृतिका एवं घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटाना प्रारंभ किया गया, साथ ही साइबर सेल की टेक्निकल टीम द्वारा भी घटना के संबंध में जानकारी जुटाया जा रहा था।
मठ पर कब्जे को लेकर था विवाद
दरअसल जोरा, रायपुर में एक भवन है जहां सभी किन्नर एक साथ रहते हैं, इसे किन्नर मठ के रूप में सभी जानते हैं। यहां तपस्या नामक किन्नर, मुंबई महाराष्ट्र से आकर रह रही थी जबकि मृतिका काजल लोकल रायपुर की थी। हत्या की मुख्य आरोपी तपस्या किन्नर मठ की प्रमुख बनना चाहती थी, इसके लिए उसके रास्ते की सबसे बड़ी चुनौती काजल थी, इसलिए काजल को रास्ते से हटाने के लिए उसके द्वारा पूरी प्लानिंग की गई थी।
पहला सुपारी किलर चला गया जेल, फिर…
पुलिस के मुताबिक मठ प्रमुख बनने की चाहत में आरोपी तपस्या किन्नर द्वारा निशा के साथ मिलकर, काजल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई। माह सितंबर 2024 में गणेश उत्सव के दौरान काजल की हत्या करने की नीयत से तपस्या किन्नर द्वारा पैसा इकट्ठा कर कुल ₹12 लाख रूपये निशा श्रीवास को दिया गया। योजना में निशा श्रीवास द्वारा अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे से हत्या करने के लिए एक सुपारी किलर को 06 लाख रुपए नगद दिया गया, मगर बाद में पता चला कि वह सुपारी किलर किसी अन्य मामले में जेल चला गया है। इसी बीच काजल की हत्या करने के लिए दो अन्य सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप से सौदा किया गया।
वारदात से पूर्व की गई रेकी
हत्या की इस वारदात से 02 दिन पूर्व आरोपिया निशा श्रीवास अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे के साथ घटनास्थल ग्राम ढाबाडीह के पास पत्थर खदान को देखने भी आई।
योजना मुताबिक 17 नवम्बर को सायं लगभग 05.00 बजे निशा श्रीवास द्वारा काजल से कहा गया कि चलो मेरे किसी पहचान वाले से ₹3 लाख लेना है, जिसमें से बंटवारा में डेढ़ लाख रुपये तुम रख लेना। यह बहाना कर काजल को अपनी आर्टिका कार से बलौदाबाजार की ओर ले जाया गया। उसके पीछे-पीछे सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप मोटरसाइकिल से आ रहे थे। फिर आर्टिका कार को ग्राम अमेरा के पास रोककर पीछे से आ रहे कुलदीप एवं अंकुश से पैसे लेने की एक्टिंग करते हुए ₹3 लाख लिया गया, जिसमें से डेढ़ लाख रुपये काजल ने अपने पास रख लिया। इसके बाद अर्टिगा कार में बैठे हुए सभी लोग (ड्राइवर हिमांशु, मृतिका काजल एवं आरोपी निशा किन्नर) घटनास्थल पहुंचे, इस समय अंधेरा हो चुका था। इसके पीछे सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीपक बाईक से घटनास्थल पहुंच गए। फिर निशा श्रीवास एवं हिमांशु, काजल को छोड़कर कार सहित वहां से भाग गए। तब सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप द्वारा काजल को धारदार चाकू से मार कर उसका शव पत्थर खदान में फेंक दिया।
संदेहियों से पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस टीम द्वारा सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया, जिसमें आरोपियों द्वारा पूर्व में चले आ रहे, वाद-विवाद एवं लड़ाई झगड़ा के कारण मृतिका की सुपारी किलर के माध्यम से हत्या करवाना स्वीकार किया गया। इस प्रकरण में पुलिस द्वारा ₹10,50,000 नगदी, एक आर्टिका कार, एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल एवं धारदार चाकू बरामद किया गया है। प्रकरण में सभी 05 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
- तपस्या किन्नर उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर उम्र 36 साल निवासी किन्नर भवन जोरा थाना खम्हारडीह रायपुर
- निशा श्रीवास किन्नर उम्र 51 साल निवासी धरमपुरा सरकारी स्कूल, तालाब, अमर पैलेस के पास रायपुर
- हिमांशु बंजारे उम्र 28 साल निवासी मंदिरहसौद कुरुद जिला रायपुर
- कुलदीप कुमार कुरील उम्र 29 साल निवासी राजा तालाब शिव मंदिर गली थाना सिविल लाइन रायपुर
- अंकुश चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी शिव चौक रजातालाब रायपुर थाना सिविल लाइन रायपुर