रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि राज्य में किसानों से विधानसभा चुनाव में किए गए वादे के अनुसार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे किसी भी तरह के भ्रम में न आएं और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
सरकार की प्राथमिकता: किसानों का हित
सीएम साय ने कहा कि धान खरीदी राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी पूरी प्रतिबद्धता के साथ की जा रही है। किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केंद्रों पर माइक्रो एटीएम की व्यवस्था की गई है, जिससे किसान 2,000 रुपये से 10,000 रुपये तक की नकद राशि निकाल सकते हैं। यह सुविधा उन्हें परिवहन, मजदूरी और अन्य खर्चों के लिए दी गई है।
31 जनवरी तक चलेगा धान खरीदी अभियान
14 नवंबर से शुरू हुआ यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक जारी रहेगा। इस खरीफ सीजन के लिए 27.68 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें 1.45 लाख नए किसान शामिल हैं। राज्य में 2,739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से लगभग 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है।
अफवाह फैलाने वालों पर सख्ती
सीएम ने स्पष्ट किया कि धान खरीदी प्रक्रिया को लेकर भ्रम फैलाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर पंजीकृत किसान को धान बेचने का उचित मौका मिले।
छत्तीसगढ़ में किसानों के हित में सरकार के इस कदम को किसानों के साथ किए गए वादों को निभाने का प्रमाण माना जा रहा है।