टीआरपी डेस्क। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में महायुति गठबंधन बंपर जीत की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। कुल 288 सीटों में से भाजपा गठबंधन ने 219 सीटों पर बढ़त बना रखी है। भाजपा अकेले 124 सीटों पर आगे है, जबकि शिंदे की शिवसेना 55 सीटों पर बढ़त में है। अब चुनावी जीत के बाद सीएम पद को लेकर महायुति गठबंधन के अंदर खींचतान शुरू हो गई है।

शिंदे का बयान- ज्यादा सीटों का मतलब सीएम होना नहीं

एकनाथ शिंदे ने चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव में ज्यादा सीटें लाने से कोई व्यक्ति सीएम नहीं बन जाता। उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि शिंदे खुद सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। शिंदे का यह बयान महायुति गठबंधन के अंदर सीएम के चेहरे को लेकर चल रही चर्चा को और तेज कर रहा है।

फडणवीस का बयान- मिलकर किया जाएगा सीएम का चुनाव

वहीं, देवेंद्र फडणवीस ने महायुति की बड़ी जीत पर खुशी जाहिर की और कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन को उम्मीद से भी बड़ी जीत मिली है। फडणवीस ने स्पष्ट किया कि सीएम पद का फैसला सभी सहयोगी दलों के बीच आपसी चर्चा से किया जाएगा।

सीएम पद की रेस: फडणवीस या शिंदे?

सीएम पद की रेस में देवेंद्र फडणवीस का पलड़ा भारी दिख रहा है। भाजपा ने 145 सीटों पर चुनाव लड़ा था और अब तक 127 सीटों पर बढ़त बना चुकी है, जो भाजपा का सबसे अच्छा स्ट्राइक रेट है। वहीं, शिंदे की शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था और वे 53 सीटों पर आगे हैं। भाजपा की बड़ी जीत में फडणवीस को प्रमुख चेहरा माना जा रहा है।

हालांकि, एकनाथ शिंदे को भी सीएम बनने की दौड़ से बाहर नहीं किया जा सकता। शिंदे ने भाजपा को तब अपना समर्थन दिया था जब पार्टी को सबसे ज्यादा आवश्यकता थी। उन्होंने शिवसेना को तोड़कर उद्धव ठाकरे को एक बड़ा झटका दिया, और इस कारण भाजपा उन्हें इनाम के रूप में सीएम पद दे सकती है।