बिलासपुर। जल जीवन मिशन के तहत पूरे प्रदेश में काम चल रहा है। इसी के तहत हरदी-भटचौरा में 33 करोड़ रुपए की लागत की योजना के लिए जारी टेंडर को फर्जीवाड़े के चलते रद्द कर दिया गया है। कांट्रेक्टर विजय सालुंके ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र का सहारा लेकर यह टेंडर हासिल किया था। शिकायत के बाद शासन स्तर पर जांच हुई, जिसमें प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। अब कांट्रेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी हो रही है।

अनुभव प्रमाण पत्र जांच में फर्जी साबित

रायपुर में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया था कि कांट्रेक्टर ने अनुभव प्रमाण पत्र में गड़बड़ी कर टेंडर लिया है। जांच में पाया गया कि प्रमाण पत्र संबंधित नगरीय निकाय द्वारा जारी ही नहीं किया गया था। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने मामले की पुष्टि होते ही टेंडर रद्द कर दिया।

ठेकेदारों को जारी किया गया नोटिस

इधर कार्यों की धीमी गति को देखते हुए 11 कांट्रेक्टरों को नोटिस जारी किया गया है। इनमें से एक कांट्रेक्टर ने अभी तक काम शुरू नहीं किया है, और उसका अनुबंध रद्द किया जा सकता है।

जल जीवन मिशन के तहत 90 से अधिक गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए मल्टी विलेज स्कीम लागू की जा रही है। हरदी-भटचौरा योजना में हरदी एनीकट, चपोरा में चांपी जलाशय, मंगला-पासीद में अमलडीहा एनीकट, और भैंसाझार-मोहन भाठा में अरपा भैंसाझार से पानी लेकर ट्रीटमेंट के बाद गांवों में आपूर्ति की जाएगी। चयनित गांवों में ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाने हैं।