0 किसानों से 21 क्विंटल धान नहीं खरीदने का आरोप लगा रही है कांग्रेस

रायपुर। कांग्रेस पार्टी अब मैदानी मोर्चा खोलने की तैयारी में है। धान खरीदी को लेकर सरकार और भाजपा संगठन को जवाब देने की स्थिति में लाने के बाद 3 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में सोसाइटी चलो अभियान शुरू कर रही है। इस अभियान के तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता विभिन्न धान सोसाइटियों में जाकर किसानों से चर्चा करेंगे।

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत, पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव, मोहन मरकाम जैसे प्रमुख नेता इस अभियान में शामिल होंगे और सोसाइटी की स्थिति का जायजा लेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि सरकार किसानों से एमएसपी में 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान नहीं खरीद रही, न ही खरीदे गए धान का रखखराव किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पार्टी के धान खरीदी केंद्र चलो अभियान को लेकर सभी कांग्रेस कमेटियों को पत्र लिखकर इस अभियान की जानकारी दी है और कहा है कि स्थानीय स्तर पर पार्टी द्वारा किसानों का धान खरीदने के लिए की गई व्यवस्था से अवगत होने के लिए केन्द्रवार निगरानी समितियों का गठन किया गया है। पार्टी के मुताबिक अब 3 दिसम्बर को प्रदेश के सभी प्रमुख कांग्रेस नेता और पदाधिकारी धान खरीदी केंद्रों में जायेंगे। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से लेकर समस्त पूर्व और वर्तमान विधायक शामिल हैं। इन्हें जिलेवार जिम्मेदारी दी गई है।

कांग्रेस पार्टी ने लगाया है ये आरोप

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था फैलीहुई है। बारदानों की कमी तथा टोकन के लिये सरकार द्वारा जारी किये गये निर्देशों तथा मीलरों द्वारा धान का उठाव नहीं करने के कारण किसान परेशान हैं। सरकार धान खरीदी सुचारू रूप से चलाने का झूठा दावा कर रही है। धान खरीदी केन्द्रों में फैली अव्यवस्था और सरकार द्वारा जारी फरमान के कारण किसानों को धान बेचने में परेशानी हो रही। सरकार दावा कर रही है कि सभी किसानों का पूरा धान 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से खरीदा जायेगा, लेकिन जिस रफ्तार से धान खरीदी हो रही है। सरकार द्वारा घोषित लक्ष्य 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होना असंभव है।

दीपक बैज ने कहा कि समितियों में बारदाने की कमी है। सरकार ने कहा है कि 50 प्रतिशत नये 50 प्रतिशत पुराने बारदानों का उपयोग किया जाये। 50 प्रतिशत पुराने बारदाने समितियों में पहुंचे ही नहीं है, जिसके कारण धान खरीदी बाधित हो रही है। टोकन काटने के बाद भी किसान अपना धान बेच नहीं पा रहे है, क्योंकि टोकन कटने की तारीख से 3 से 7 दिन बाद धान बेचने के लिये किसानों को बुलाया जा रहा है। साथ ही सोसाइटियों ने 15 दिसंबर तक टोकन काटने के बाद टोकन काटना बंद कर दिया है। सोसाइटियों को निर्देश है कि एक दिन में अधिकतम 752 क्विंटल यानी 1880 कट्टा धान ही खरीदा जाना है। ऐसे में एक किसान का शेष धान के लिये उसको आगामी दिनों की तारीख दी जा रही है। सरकार भले ही घोषणा कर रही है पूरा धान खरीदेंगे, लेकिन जिस रफ्तार से खरीदी हो रही उससे किसान चिंतित है। कांग्रेस पार्टी किसानों की समस्याओं को सामने लाने धान खरीदी केन्द्र जा रही है।

पूर्व सीएम जायेंगे माठ के खरीदी केंद्र

कल शुरू हो रहे इस अभियान के तहत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तिल्दा के ग्राम माठ स्थित धान खरीदी केंद्र में दोपहर के वक्त पहुंचेंगे और किसानों से चर्चा करेंगे। इसी तरह पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को सरगुजा की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस पार्टी ने जिलेवार प्रभारियों की जो सूची जारी की है, उस पर डालिये एक नजर :