टीआरपी डेस्क। साइबर ठगों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए रेंज साइबर थाना की टीम ने विभिन्न शहरों में छापेमारी की और ऑनलाइन ठगी में शामिल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों में इंजीनियर, आरटीओ एजेंट समेत अन्य शामिल हैं। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और उनके बैंक खाते और मोबाइल नंबर की जानकारी खंगाली जा रही है। साथ ही इनके अन्य साथियों का पता लगाया जा रहा है। आरोपियों के बैंक खातों में लाखों रुपये फंसे हुए हैं।

गिरफ्तार किए गए आरोपी
- निकिता पवार से क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 21 लाख रुपये की ठगी की गई। रेंज साइबर थाना की टीम ने महासमुंद और रायपुर से रविंदर सिंह चावला, दीपक टीलवानी, और तरुण उर्फ रौनक नचरानी को गिरफ्तार किया।
- अभिषेक अग्रवाल से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 2.5 करोड़ रुपये की ठगी की गई। इस पर रेंज साइबर थाना की टीम ने नासिक में मयूरेश राजेंद्र गांगुर्दे को गिरफ्तार किया।
- निशांत जैन से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 29 लाख रुपये की ठगी की गई। नासिक में आकाश विलास भालेराव को गिरफ्तार किया गया। वह एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है।
- अनिमेष तिवारी से शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा दिलाने के नाम पर 99 लाख रुपये की ठगी हुई। पुणे से समीर थोरात को गिरफ्तार किया गया, जो आरटीओ का काम करता था।
- चमन लाल साहू के बैंक अकाउंट से लिंक सिम को E-SIM में पोर्ट कर उनसे ठगी की गई। दुर्ग से मेराज आलम और नौशाद अंसारी को गिरफ्तार किया गया।
- नवीन कुमार से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.39 करोड़ रुपये की ठगी की गई। पुणे से अजय तिड़के को गिरफ्तार किया गया।
अब तक कुल 30 करोड़ रुपए कराए गए होल्ड
साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने मुंबई, नासिक, दुर्ग, महासमुंद, बिलासपुर और रायपुर में छापेमारी की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पीड़ितों को 6 लाख रुपये वापस किए गए। साथ ही आरोपियों के खातों में 4.21 करोड़ रुपये होल्ड किए गए हैं, जिन्हें जल्द ही पीड़ितों के खातों में वापस किया जाएगा। अब तक कुल 30 करोड़ रुपये होल्ड कराए गए हैं।
इस तरह बचें साइबर ठगी से
- अगर आपको कॉल किया जाता है कि TRAI आपका फ़ोन डिस्कनेक्ट करने वाला है, तो जवाब न दें, यह ठगी हो सकती है।
- कोई कुरियर कंपनी, जैसे FedEx या DHL, यदि आपको पैकेज के बारे में कॉल करे और आपसे किसी नंबर को दबाने को कहे, तो भी जवाब न दें।
- अगर कोई पुलिस अधिकारी आपको कॉल कर आधार के बारे में पूछे, तो जवाब न दें।
- कोई कॉल करके बताए कि आपके द्वारा भेजे गए पैकेज में ड्रग्स पाए गए हैं, तो इस पर भी विश्वास न करें।
- किसी से संपर्क करने के लिए WhatsApp या SMS के जरिए आपको संदेश मिलता है, तो जवाब न दें।
- कोई कहे कि उसने गलती से आपके UPI आईडी पर पैसे भेजे हैं और वह पैसे वापस चाहता है, तो इसे भी नजरअंदाज करें।
- किसी को अपना UPI ID या OTP साझा न करें, और वीडियो कॉल पर किसी से भी जानकारी साझा करने से बचें।
- डिजिटल सुरक्षा के लिए अपने व्यक्तिगत विवरण (जैसे आधार, पैन, बैंक खाता नंबर) किसी से साझा न करें।