CG Weather Update

नेशनल डेस्क। देशभर में मौसम का रुख तेजी से बदल रहा है। उत्तर भारत में ठंडी हवाओं ने सर्दी का अहसास बढ़ा दिया है, वहीं दक्षिण भारत में चक्रवात ‘फेंगल’ के चलते बारिश का दौर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है, जिससे उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में सर्दी और तेज हो सकती है।

दिल्ली-NCR: ठंड और साफ मौसम का असर

दिल्ली में मौसम साफ और ठंडा है। ठंडी हवाओं के साथ ठिठुरन का अहसास हो रहा है। आज अधिकतम तापमान 25.05°C और न्यूनतम 11.05°C रहने की संभावना है। हालांकि कोहरा नहीं छाया है, लेकिन अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट और घने कोहरे का पूर्वानुमान है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता (AQI) में भी सुधार हुआ है।

उत्तर भारत: बर्फबारी और बारिश की संभावना

8 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की उम्मीद है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो सकती है। मैदानी इलाकों में बारिश के साथ ठंड में इजाफा होगा। पंजाब और हरियाणा में बारिश और घने कोहरे का असर देखा जा सकता है। कश्मीर घाटी में पहले से ही तापमान माइनस में पहुंच चुका है। श्रीनगर में तापमान -2°C, पहलगाम में -4.8°C और गुलमर्ग में -3.5°C रिकॉर्ड किया गया है।

दक्षिण और मध्य भारत: चक्रवात ‘फेंगल’ का प्रभाव

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात ‘फेंगल’ का असर दक्षिण और मध्य भारत पर बना हुआ है। पिछले 4-5 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, तटीय कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में अगले 2-3 दिनों तक बारिश जारी रहने का अनुमान है।

आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

8-9 दिसंबर: पश्चिमी हिमालय में बर्फबारी और उत्तर पश्चिम भारत में बारिश।
तटीय क्षेत्र: तटीय आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश।
उत्तर भारत: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ठंडी हवाओं और कोहरे का असर बढ़ेगा।

IMD का संदेश

देशभर में मौसम के बदलते रुख को देखते हुए सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। ठंड और कोहरे के कारण यातायात पर असर पड़ सकता है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के दौरान सुरक्षित यात्रा के निर्देश दिए गए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में ठंड बढ़ रही है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण मौसम में और बदलाव आने की संभावना है।