रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को दिल्ली से लौटने के बाद राज्य की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाए। बघेल ने कहा कि दिल्ली में बड़े नेताओं से बैठक के दौरान यह बात साफ हुई कि राज्य में कांग्रेस किसानों के हक की लड़ाई लड़ रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यदि कांग्रेस दबाव नहीं बनाती तो राज्य में धान खरीदी की कोई व्यवस्था नहीं होती। बघेल ने कहा, आज बहुत सारी सोसाइटियों में ताले लगे हुए हैं। परिवहन के बिना सोसाइटियां बंद हो गई हैं, लेकिन सरकार के कान में कोई बात नहीं रेंग रही है।

आरक्षण पर भूपेश बघेल के सवाल

निकाय और पंचायत चुनाव के आरक्षण पर बघेल ने कहा कि 50% आरक्षण का दावा केवल पोस्टरों में ही दिख रहा है। उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री का आभार जताया है कि उन्होंने 50% आरक्षण देने की बात की, लेकिन छत्तीसगढ़ में ST और SC को मिलाकर पहले ही 45% आरक्षण है। अगर OBC को 50% दिया जाता है तो 95% आरक्षण हो जाएगा। सरकार बताए कि क्या इस तरीके से कोई अध्यादेश जारी हुआ है?” उन्होंने कहा, हमने जो प्रस्ताव पारित किया था, वह 76% था, लेकिन अब 95% के बारे में कहां से आ गया?

किसान और मजदूर महंगाई से परेशान

भूपेश बघेल ने राज्य में बीजेपी सरकार के एक साल के कार्यकाल पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, मैं खुद किसान हूं और आज किसान और मजदूर महंगाई से परेशान हैं। किसानों को खाद लेने और धान बेचने में भी भारी परेशानी हो रही है। इसके अलावा, पहली बार उद्योगपतियों को भी धरना देना पड़ा है। यह स्थिति प्रदेश की हालत को स्पष्ट रूप से दिखाती है।

कांग्रेस संगठन पर बयान

कांग्रेस के संगठन की स्थिति को लेकर पूछे गए सवाल पर बघेल ने कहा, संगठन में जो भी बातें आती हैं, उन पर चर्चा होती है। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर बघेल ने कहा, महाराज साहब बोलते रहते हैं।