बेंगलुरु। बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने पूरे देश में गहरी चिंता और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर न्याय की मांग जोर पकड़ रही है। लोग इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

बता दें सुप्रीम कोर्ट में एक अलग मामले में महिलाओं द्वारा अपने पतियों के खिलाफ दर्ज कराए गए वैवाहिक विवाद के मामलों में क्रूरता कानून के दुरुपयोग के खिलाफ चेतावनी दी। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि दहेज उत्पीड़न के मामलों में अदालतों को कानून का दुरुपयोग रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए और पति के सगे-संबंधियों को फंसाने की प्रवृत्ति को देखते हुए निर्दोष परिवार के सदस्यों को अनावश्यक परेशानी से बचाना चाहिए।

वहीं अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है और अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया समेत उनके परिवार के चार सदस्यों पर केस दर्ज किया है। इसके अलावा जांच के लिए एक टीम का गठन भी कर दिया है। जांच के लिए पुलिस की टीम जौनपुर भी जाएगी। व्हाइटफील्ड के डीसीपी शिवकुमार ने बताया कि अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को आत्महत्या की थी। शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है, जिसमें निकिता और उनके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।

ससुरालवालों पर गंभीर आरोप

मराठाहल्ली पुलिस ने अतुल के भाई विकास कुमार की शिकायत पर उसके पत्नी निकिता सिंघानिया समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। निकिता के साथ ही उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। FIR बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 3 (5) (जब दो या दो से अधिक लोग एक समान इरादे से कार्य करते हैं तो संयुक्त आपराधिक दायित्व स्थापित करता है) के तहत दर्ज हुई है।

शिकायत के अनुसार अतुल सुभाष ने 2019 में निकिता सिंघानिया से शादी की और उनका एक बच्चा भी है। आरोप लगाया गया है कि चारों आरोपियों ने तलाक के बाद अतुल सुभाष के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया और मामले के निपटारे के लिए 3 करोड़ रुपये देने पर जोर दिया।

शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि अतुल सुभाष की पत्नी ने उसे उसके चार साल के बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी। अतुल ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित होने के कारण आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में अतुल सुभाष ने लिखा…

एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए अतुल के भाई विकास कुमार ने कहा, “मेरे भाई की पत्नी के उससे अलग होने के लगभग 8 महीने बाद, उसने तलाक का मामला दायर किया। उसने मेरे भाई और हमारे पूरे परिवार के खिलाफ विभिन्न अधिनियमों और धाराओं के तहत कई आरोप लगाए। भारत में हर कानून महिलाओं के लिए है, पुरुषों के लिए नहीं। मेरे भाई ने इसके लिए लड़ाई लड़ी लेकिन वह हमें छोड़कर चला गया।

विकास ने कहा कि अपने सुसाइड नोट में भी अतुल सुभाष ने लिखा था- ‘अगर मैं सिस्टम से जीत गया तो मेरी अस्थियां गंगा में प्रवाहित कर देना, नहीं तो कोर्ट के बाहर किसी नाले में प्रवाहित कर देना।’

34 साल के अतुल सुभाष ने अपने बेंगलुरु स्थित आवास पर आत्महत्या की। इससे पहले उसने करीब डेढ़ घंटों का एक वीडियो बनाया और 24 पन्नों का एक नोट छोड़ा। इसमें अतुल ने अपनी पत्नी और उसके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस मामले ने हर किसी को हैरान करके रख दिया है। सोशल मीडिया पर इस वक्त अतुल सुभाष को न्याय देने के लिए जोर-शोर से मुहिम चलाई जा रही है।