रायपुर। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति स्थापित करने और समर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया। उनकी घोषणा से यह साफ हो गया कि सरकार नक्सल समस्या का हल बातचीत और पुनर्वास के जरिए निकालने की दिशा में गंभीर है।

पुनर्वास केंद्र और योजनाएं

गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि बस्तर के पांच जिलों में पुनर्वास केंद्र तैयार किए गए हैं। इन केंद्रों में समर्पित नक्सलियों को तीन साल तक रहने-खाने की सुविधा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त:

  • समर्पित नक्सलियों को प्रतिमाह ₹10,000 दिए जाएंगे।
  • उनके ऊपर घोषित इनाम की राशि उन्हें दी जाएगी।
  • हथियार लेकर आने पर संबंधित हथियार की कीमत भी उन्हें प्रदान की जाएगी।
  • समर्पण करने वाले नक्सलियों को प्लॉट और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया जाएगा।

बंदूक छोड़ विकास की राह अपनाएं

गृहमंत्री ने नक्सलियों से अपील की कि वे बंदूक की राह छोड़कर शांति और विकास की ओर कदम बढ़ाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार न तो गोली चलाना चाहती है और न ही हिंसा को बढ़ावा देना। उनके अनुसार, बस्तर के युवाओं को हथियार उठाने से रोकने के लिए रायपुर भ्रमण जैसी योजनाएं भी लागू की जाएंगी ताकि युवाओं को सकारात्मक दिशा मिल सके।

पिछले दिनों घायल जवानों से मिलने के दौरान गृहमंत्री ने उनकी समस्याओं को सीधे सुनने के लिए अपने व्यक्तिगत फोन नंबर साझा किए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर उनसे सीधे संपर्क किया जा सकता है।

गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलियों के साथ संवाद के लिए सरकार हमेशा तैयार है। उन्होंने नक्सलियों को अपने प्रदेश का नौजवान बताते हुए उनसे अपील की कि हिंसा का मार्ग छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं। आईईडी ब्लास्ट और निर्दोष लोगों की हत्या को समाप्त करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार हर प्रकार की सकारात्मक चर्चा के लिए तैयार है।

सरकार की रणनीति और नक्सलियों की बौखलाहट

गृहमंत्री ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में नक्सलियों के साथ कोई संवाद नहीं हुआ, जिससे उनकी गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने इसे नक्सलियों की बौखलाहट बताया और कहा कि उन्हें अब समझ में आ गया है कि भाजपा सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने को तैयार है।