टीआरपी डेस्क। राज्य में होने वाले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के जिलों के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। आरक्षण पद्दति से नाराजगी जताते हुए पिछड़ा वर्ग समाज ने आज बस्तर बंद किया, जिसका व्यापक असर पूरे संभाग में देखने को मिला और दुकानें बंद रही। समाज के लोग बड़ी संख्या में माकड़ी के पास चक्काजाम करते हुए सड़क पर प्रदर्शन करने लगे जिससे वाहनों की कतार लग गई।

पिछड़ा वर्ग समाज के कोण्डागांव के अध्यक्ष रितेश पटेल का कहना है कि सरकार द्वारा नगरीय निकाय चुनाव में जो आरक्षण तय किया गया है उसे निरस्त कर दिया जाए। साथ ही एक बार फिर आरक्षण प्रक्रिया को रिवाइज कराकर पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ दिया जाए। पिछड़ा वर्ग समाज ने मांगें पूरी नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। समाज के इस प्रदर्शन को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है।

वहीं, जगदलपुर में समाज के सदस्यों ने रैली निकाल, हाथों में तख्ती लेकर शहर का भ्रमण किया। संजय मार्केट और गोल बाजार समेत शहर के लगभग दुकानें बंद रही। समाज ने सरकार के समक्ष अपनी पांच मांगें रही है, जिनमें-

  1. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम चुनाव में पिछड़ा वर्ग समाज को पूर्व की भांति आरक्षण प्रदान किया जाए।
  2. राज्य में ओबीसी समाज को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदाय किए जाने बाबत पूर्ववर्ती सरकार द्वारा विधानसभा में विधेयक पारित करते हुए राज्यपाल के पास भेजा गया है, किंतु खेद का विषय है कि आज तक उसपर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। अतः आपकी सरकार से आग्रह है कि पुनः विधानसभा में विधेयक लाकर राज्यपाल से अनुमोदित करवाते हुए केंद्र सरकार को भेजकर नवमी अनुसूची में शामिल करवाने की पहल करेंगे।
  3. समाज प्रमुखों विशेष कर पिछड़ा वर्ग समाज के प्रमुखों के साथ, आमजनों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने और प्रताड़ित करने वाले दंतेवाड़ा के कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा का स्थानांतरण किया जाए।
  4. आंदोलन के दौरान राजा राव पठार में असामयिक रूप से मृत आशकरण पटेल ग्राम कल गांव तहसील अंतागढ़ जिला कांकेर के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
  5. कुमारी वीणा गजेंद्र पिता पुरुषोत्तम गजेंद्र ग्राम-तहसील चारामा, कांकेर का रायपुर के एक अस्पताल में लापरवाहीपूर्वक इलाज करने के दौरान 26 नवंबर को मौत हो गई। इसकी न्यायिक जांच करते हुए अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।