जगदलपुर। बीजापुर में ठेकेदार सुरेश ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या करवा दी। हत्या के बाद पत्रकार के शव को ठेकेदार ने अपने ही फार्महाउस के सैप्टिक टैंक में डालकर उसे ऊपर से बंद करवा दिया। ठेकेदार ने केवल मुकेश ही नहीं बल्कि पूरे पत्रकारिता जगत की स्मारक बनाने की कोशिश की है।

हेलिकॉप्टर से बारात
ठेकेदार के बारे में बताया जाता है कि वह इतना रसूखदार है कि अपनी शादी में वह हेलिकॉप्टर से बारात लेकर गया था। जगदलपुर से बीजापुर जाने के लिए उसने अपने परिजनों के लिए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की थी। अब सोचिए जो व्यक्ति हेलीकॉप्टर से बारात जा सकता है, उसका कितना रूतबा होगा। करीब सात साल पहले ठेकेदार की शादी हुई थी और पूरे क्षेत्र में इसकी चर्चा थी।

सूत्रों के अनुसार ठेकेदार सुरेश एक समय में एसपीओ के पोस्ट में था, जो बस्तर के युवाओं को पुलिस के साथ जोड़कर काम करने वाली टुकड़ी थी। यह टुकड़ी नक्सली गतिविधियों के खिलाफ काम करती थी। इस दौरान एक पुलिस अफसर की नजर पर सुरेश पर पड़ी। अफसर ने देखा कि वह पूरे लगन और जुनून के साथ अपना काम करता था। उसने सुरेश से बड़े काम करने की बात कहते हुए उसके लिए ठेकेदारी का फर्म बनवाया और पैसे भी लगाए। यह भी बताया जाता है कि कुछ अफसरों के संरक्षण में सुरेश सागौन की तस्करी भी करता था। उसने ठेकेदारी करते हुए पुलिस अफसर को लाभ तो पहुंचाया ही और खुद भी क्षेत्र का एक रसूखदार व्यक्ति बन गया।

क्या है दिल्ली कनेक्शन
सुरेश इतना प्रभावशाली व्यक्ति बन गया कि दिल्ली तक उसकी पहुंच बन गई। उसने दिल्ली की बड़ी कंपनियों से टाईअप किया और अपनी एक अलग ही लाइन बना डाली। फिलहाल, पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के तार दिल्ली तक जुड़े हुए हैं। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली से एक गैंग को हत्या करने की प्लानिंग से ही बीजापुर बुलाया गया था। षड़यंत्र के तहत पत्रकार को भी घर से बाहर बुलाया गया, जिसके बाद वह लापता हो गया और दो दिन बाद उसकी लाश मिली।