कोरबा। ऊर्जानगरी में सराफा कारोबारी गोपाल राय सोनी की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस जघन्य वारदात को कारोबारी के ही नए और पुराने ड्राइवर ने अंजाम दिया था। वारदात का मकसद कारोबारी की दुकान में चोरी के लिए यहां से चाबी गायब करना था, लेकिन पहचान हो जाने के डर से उन्होंने हत्या कर दी। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।

कारोबारी की हत्या कर हो गए थे फरार

बता दें कि यह घटना 5 जनवरी की रात 9.40 से 9.59 के बीच हुई। कारोबारी गोपाल राय और उनकी अस्वस्थ पत्नी घर पर थे। ड्राइवर सूरज गोस्वामी और आकाश गोस्वामी ने अपने साथी मोहन मिंज के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद आरोपी क्रेटा कार, सूटकेस और मोबाइल लेकर फरार हो गए। हत्या के बाद आरोपी सूरज गोस्वामी ने पुलिस और परिजनों को चकमा देते हुए अंत्येष्टि और अन्य कार्यों में हिस्सा लिया। उसका यह शातिराना कदम मामले को उलझाने के लिए था।

CCTV फुटेज से मिला सुराग

पुलिस को इस घटना का सुराग घर के सीसीटीवी फुटेज से मिला। फुटेज में दो संदिग्धों को घर में घुसते और बाद में कार लेकर जाते हुए देखा गया। कार परसाभाठा बालको मार्ग में मिली। जांच के दौरान, कार की पार्किंग में खून के धब्बे मिले, जिससे पता चला कि आरोपियों में से कोई घायल था। पुलिस ने मैन्युअल जांच के जरिए मोहन मिंज को हिरासत में लिया, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ।

पैसों की जरूरत के चलते रची साजिश

आरोपी आकाश गोस्वामी को पैसों की सख्त जरूरत थी। उसने अपने भाई सूरज और मोहन मिंज के साथ मिलकर वारदात की योजना बनाई। आरोपियों को पता था कि गोपाल राय घर लाते समय सूटकेस में दुकान की चाबी रखते हैं। 25 दिसंबर को ही वारदात करने की योजना बना ली गई थी। इनकी योजना थी कि वे घर से दूकान की चाबी चुरायेंगे और रात को दुकान में चोरी करेंगे।

पहचाने जाने के चलते कर दी हत्या

5 जनवरी की रात, तीनों आरोपी घर के पास खंडहर में छिपे थे। जैसे ही गोपाल राय घर पहुंचे और उनका बेटा नचिकेता दुकान चला गया, तीनों दीवार फांदकर घर में घुस गए। सूरज मंदिर में छिपा हुआ था, लेकिन गोपाल राय ने उसे देख लिया। पहचान हो जाने के डर से सूरज ने मोहन और आकाश के साथ मिलकर धारदार हथियार से गोपाल राय की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी सूटकेस और दुकान की चाबी लेकर फरार हो गए। हथियार और सूटकेस को नदी में फेंक दिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और अन्य सबूत बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने सूरज गोस्वामी और मोहन मिंज को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन आकाश गोस्वामी का बड़ा भाई और मुख्य आरोपी सूरज अब भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। बिलासपुर आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि अपराधी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।