रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें थम नहीं रही है। इधर, विधानसभा घेराव मामले में रिमांड पूरी होने पर सोमवार को देवेंद्र को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें राहत नहीं मिली। कोर्ट के निर्णय के बाद देवेंद्र यादव ने बाहर निकलते हुए कहा कि मुझे संविधान पर भरोसा है, न्याय जरूर मिलेगा।

बता दें कि विधानसभा घेराव के 13 साल पुराने मामले यह पेशी हुई, जिसमें राहत नहीं मिली। देवेंद्र ने कोर्ट में साइन किया और अगली तारीख 15 जनवरी की मिली, इसके बाद पुलिस ने उन्हें वापस जेल दाखिल कर दिया। स्थानीय मुद्दों को लेकर देवेंद्र ने वर्ष 2010 में विधानसभा घेराव किया था। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झूमाझटकी हुई थी, जिस पर देवेंद्र पर केस दर्ज हुआ था जो अब तक चल रहा है।

अगस्त से देवेंद्र यादव बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में हैं। इस मामले में जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई है, और कोर्ट जल्द ही इस मामले की सुनवाई की तारीख जारी करेगा। बलौदाबाजार में मई में सतनामी समाज ने जैतखाम तोड़े जाने का विरोध करते हुए SP-कलेक्टर कार्यालय में आग लगा दी थी। इस घटना से जुड़ी एक सभा में देवेंद्र यादव भी शामिल हुए थे, और उसी मामले में उन्हें जेल भेजा गया। बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव को 17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तार किया गया था, और उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है।