रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस में बीते 2 साल से कोषाध्यक्ष का पद खाली पड़ा हुआ है। पार्टी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ED के छापों के बाद से नदारद हैं और अब तक उनके स्थान पर किसी नए नेता की नियुक्ति नहीं की गई है। इस मामले में जहां एक ओर पूर्व उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव का कहना है कि पार्टी का बैकबोन थोड़ा हिला हुआ है, वहीं दीपक बैज का कहना है कि जल्द ही किसी नए पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।

बिना कोषाध्यक्ष के ही निपट गए दो प्रमुख चुनाव
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बड़ी ही अजीबोगरीब स्थिति है। दरअसल पूर्व में कांग्रेस की सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में जब केंद्रीय एजेंसी ED की कार्रवाई का दौर शुरू हुआ तब कई ब्यूरोक्रेट्स, नेता और दलाल किस्म के लोग इसकी जद में आये। बीते 10 सालों से पार्टी के कोषाध्यक्ष की कुर्सी संभाल रहे रामगोपाल पेशे से राइस मिलर हैं और घोटालों की आंच उनके ऊपर भी आई। उनके ऊपर शराब, कोयला और राइस मिलिंग घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं। ED ने उनके निवास पर कई बार छापा मारा और तब से वे फरार चल रहे हैं। आलम ये है कि कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल की गैरहाजिरी में ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव निपट गए। अब कांग्रेस ने इन परिस्थितियों में कैसे मैनेज किया, यह उनका आतंरिक मामला है, मगर स्वाभाविक है कि कोषाध्यक्ष के नहीं होने से पार्टी पर इसका असर पड़ा होगा।

वरिष्ठ नेता टी एस सिंहदेव ने क्या कहा…
पार्टी का अहम पद खाली होने के चलते पार्टी की स्थिति को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव कहते हैं कि कोषाध्यक्ष का पद पार्टी में दूसरे नंबर का होता है। यह पोस्ट बैक बोन होता है। बैक बोन ही ना हो तो पार्टी को दिक्कत तो होगी। पार्टी का बैकबोन थोड़ा हिला हुआ है। हालांकि वे यह भी कहते हैं कि कहीं दिक्कत नहीं आई है। अमूमन यह होता है कि कोई अधिकृत कर दिया जाता है कि बैंक में सिग्नेचर किसके चलेंगे, पार्टी ने इसके लिए अधिकृत कर दिया होगा।
महामंत्री संभाल रहे हैं कामकाज
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि महामंत्री काम संभाल रहे हैं, वैसी कोई दिक्कत नहीं है। संबंध में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज बताते हैं कि नए कोषाध्यक्ष के लिए नाम भेजा जा चुका है। जल्द ही एआईसीसी से इसकी घोषणा हो जाएगी। बहरहाल कांग्रेस पार्टी में देर-सबेर नए कोषाध्यक्ष की नियुक्ति हो ही जाएगी, मगर इसी बहाने लंबे समय से फरार रामगोपाल अग्रवाल की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है। कहा जा रह है कि वे विदेश में छिपे हुए हैं। पूर्व में पार्टी के एक पदाधिकारी ने उनके ऊपर गबन का भी आरोप लगाया है। बता दें कि रामगोपाल अग्रवाल ने कभी भी कोई चुनाव नहीं लड़ा है। वे लगभग दस साल से पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं और AICC के सदस्य भी रहे।