0 दो महीने तक कोमा में रहने के बाद दम तोड़ दिया था ‘यश’ ने

रायपुर। राजधानी की पुलिस ने यश शर्मा की हत्या के मामले में फरार 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने लगभग दो महीने पहले यश का अपहरण कर उसे बंधक बनाकर बुरी तरह मारपीट की थी। घायल यश इलाज के दौरान कोमा में चला आया और दो महीने तक जीवन-मृत्यु से संघर्ष करने के बाद दम तोड़ दिया। इस मामले में यश शर्मा ने मृत्यु पूर्व अपने बयान में सारे वाकये का जिक्र किया था।
दोस्त के बारे में पूछा और मारपीट की
पुलिस के मुताबिक प्रार्थी यश शर्मा ने थाना न्यू राजेन्द्र नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह तेलीबांधा रायपुर में रहता है। दिनांक 13/10/2024 को रात्रि में यश खेमानी ने उसे पार्टी करने हेतु फोन कर शक्ति धाम, तेलीबांधा, गली नंबर 07 के पास बुलाया, जहां प्रार्थी यश शर्मा पहुंचा तो यश खेमानी, तुषार पंजवानी, तुषार पहुजा एवं चिराग पंजवानी मिले तथा सभी एक कार में बैठकर रिंग रोड की ओर रवाना हुए। सभी ने यश शर्मा से तुषार तोलानी जो उसका दोस्त है, के बारे में पूछा। जिस पर यश शर्मा ने उन्हें कहा कि अभी कहां पर होगा इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
इस दौरान ये सभी रिंग रोड को पार कर मिनिरियल्स कैफे के पास पहुंचे, उस समय रात के करीबन 02ः00 बज रहे थे। इसी दौरान मौके पर कार को रोककर सभी यश शर्मा को अश्लील गालियां देते हुये हाथ मुक्का, लात एवं बांस के मोटे डंडे से मारने लगे। यश ने बीच बचाव किया तो उसके दोनों हाथो में चोट लगी, जिससे वह जमीन पर गिर गया। बुरी तरह पिटाई से वह मुर्क्षित जैसा हो गया।
आरोपियों ने कराया इलाज और बना लिया बंधक
घायल यश शर्मा को सभी आरोपी अपने कार में बैठाकर इलाज के लिए मेकाहारा अस्पताल एवं चरौदा सरकारी अस्पताल लेकर गए। प्रारंभिक इलाज के बाद सभी अगले दिन सुबह करीबन 07ः00 बजे यश शर्मा को व्हीआईपी रोड तेलीबांधा स्थित एक फार्म हाउस ले गए और एक रूम में उसे दो दिन तक बंधक बनाकर रखे रहे। इस दौरान वे यश को गोलियां खिलाते थे तथा दर्द कम हो जायेगा कहकर जबरदस्ती शराब पिलाते थे। इसके बाद सभी 15/10/2024 को रात्रि में यश शर्मा को उसके घर ले जाकर छोड़ दिये।
हालत बिगड़ने पर परिजनों ने किया अस्पताल दाखिल
यश शर्मा ने पूरी घटना के बारे में अपनी मां, बुआ एवं अपने दोस्त तुषार तोलानी को बताया। इसी दौरान उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गयी। वह जो कुछ खाने पीने का प्रयास करता था, तो उल्टी हो जाती थी तथा उसके पेट में असहनीय दर्द हो रहा था। जिस पर यश के परिजनों ने उसे 15/10/2024 को रात करीबन 02ः30 बजे एम्स अस्पताल रायपुर में लाकर भर्ती किया। डॉक्टर द्वारा चेक करने पर यश के पेट के अंदर भाग में गंभीर चोट होना बताया गया। बाद में उसके पेट का ऑपरेशन किया गया।
इलाज के दौरान हुई मौत
यश शर्मा के पेट का ऑपरेशन किया गया। हालांकि इलाज के दौरान ही वह कोमा में चला आया और इसी हालत में उसने 15 जनवरी 2025 को दम तोड़ दिया। इस मामले में आरोपियों के विरूद्ध थाना न्यू राजेन्द्र नगर में अपराध क्रमांक 403/24 धारा 296, 351(3), 115(2), 109, 140(3), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया था, कि उपचार के दौरान प्रार्थी यश शर्मा की मृत्यु होने पर आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण में धारा 103(2) बी.एन.एस. जोड़ा गया है।

गिरफ़्तारी न होने पर समाज में थी नाराजगी
बता दें कि यश शर्मा सिंधी समाज में पुजारी के परिवार के सदस्य थे और पिता के देहांत के बाद वही पुजारी की भूमिका में थे। उन पर हमले का मामला दर्ज होने के दो महीने बाद भी आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं होने से सिंधी समाज में नाराजगी थी। आरोप लग रहे थे कि आरोपी करोड़पति व्यापारियों के बेटे हैं, इसलिए उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। इस बीच यश की मौत हो गई, जिसके अगले दिन यश के परिजन और समाज के प्रमुख लोगों ने एसएसपी लाल उमेद सिंह से मुलाकात की और मामले की जानकारी देते हुए आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की। गिरफ़्तारी नहीं होने पर समाज ने आंदोलन की चेतावनी भी दी। इस दौरान एसएसपी ने उन्हें 15 दिनों के भीतर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया।
एक आरोपी बैंगलोर से किया गया गिरफ़्तार
इस मामले में पूर्व में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना न्यू राजेन्द्र नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा प्रकरण में आरोपी तुषार पाहुजा पिता स्व. राम पाहुजा उम्र 22 साल निवासी गली नंबर 07 नेभानी फटाका के बाजू गली तेलीबांधा थाना तेलीबांधा रायपुर को बैंगलोर से गिरफ्तार किया गया था। इस प्रकरण में आरोपी चिराग पंजवानी, तुषार पंजवानी एवं सुशील खेमानी उर्फ यश खेमानी घटना के बाद से लगातार फरार चल रहे थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए नगर पुलिस अधीक्षक पुरानी बस्ती राजेश देवांगन व उप पुलिस अधीक्षक क्राइम संजय सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।

टीम के सदस्यों द्वारा फरार आरोपियों की पतासाजी के संबंध में मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषणों व अन्य माध्यमों से लगातार फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान कुछ सुराग हाथ लगे और टीम के सदस्यों को प्रकरण में फरार आरोपी चिराग पंजवानी, तुषार पंजवानी एवं सुशील खेमानी उर्फ यश खेमानी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान घटना में प्रयुक्त कार को भी जब्त कर लिया गया। इस हत्या में शामिल चिराग और तुषार पंजवानी सगे भाई हैं।
गिरफ्तार आरोपी :
0 चिराग पंजवानी और तुषार पंजवानी, पिता राकेश पंजवानी उम्र 20 साल निवासी शुभम विहार अनमोल सुपर बाजार के पास महावीर नगर
0 सुशील खेमानी उर्फ यश खेमानी पिता सुनील खेमानी उम्र 19 साल निवासी गली नंबर 04 दुर्गा माता मंदिर के पास थाना तेलीबांधा, रायपुर।