रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के जंगलों में मारे गए एक करोड़ रुपये के इनामी सेंट्रल कमेटी सदस्य माओवादी नेता जयराम उर्फ चलपति (62) का श्रीकाकुलम जिले के पलासा मंडल के बोड्डापाडु में अंतिम संस्कार किया गया। माओवादी लीडर के रिश्तेदार, संघ के सदस्य अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में शामिल हुए। नक्सली लीडर जयराम चलपती के पार्थिव शरीर को बोड्डापडु में रखा गया था। जहां रिश्तेदारों ने अंतिम दर्शन किए।

इसी गांव की युवती से किया था प्रेम विवाह

नक्सली चलपति मंगलवार को छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मुठभेड़ में मारा गया था। चलपति पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। चलपथी की पत्नी अरुणा उर्फ रुक्मिणी का गृहनगर बोड्डापाडु, पलासा मंडल है। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि चलपति ने इसी गांव से नक्सल जीवन की शुरुआत की थी। चलपति ने इसी गांव की युवती अरुणा उर्फ रुक्मिणी से प्रेम विवाह किया था।

गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सली मुठभेड़ में 16 से ज़्यादा नक्सली ढेर किए थे। इनमें एक करोड़ का इनामी सेंट्रल कमेटी सदस्य नक्सली नेता जयराम उर्फ चलपति भी शामिल था। चलपति छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है।

शव लेने रायपुर पहुंचे थे ससुर

पालासा के निवासियों का कहना है कि वैसे तो चलपती चित्तूर का रहने वाला है, मगर उसने पलासा में 10 वर्ष रहकर अपनी नक्सली गतिविधि को यहां से शुरू की थी। उसके ससुर उसका शव लेने के लिए रायपुर पहुंचे थे। जिसके बाद चलपति का अंतिम संस्कार पलासा में करने का फैसला किया गया l

बाजे-गाजे के साथ निकली अंतिम यात्रा

चलपति की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उसका शव एक ट्रेक्टर पर रखा गया था, साथ ही उसकी तस्वीर के पोस्टर भी लगाए गए थे। अंतिम यात्रा से पूर्व श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में माओवादी संगठन से जुड़े लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा बाजे-गाजे के साथ निकली और लोग लाल सलाम के साथ ही जनगीत गाते हुए शमशान घाट पहुंचे। यहां विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया गया।