कोण्डागांव। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में रिश्वतखोर लेखापाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी लेखापाल ने दृष्टिबाधित दिव्यांग की पदस्थापना करवाने के एवज में 30 हजार नगदी की मांग की थी। रिश्वत की पहली किस्त लेते हुये आज एसीबी की टीम ने लेखापाल को रंगे हाथ दबोच लिया।

दरअसल, दृष्टिबाधित दिव्यांग प्रार्थी दिलीप कुमार, निवासी दुर्ग द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, जगदलपुर में शिकायत की गई थी कि उनका चयन समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयक कार्यालय कोण्डागांव में स्पेशल एजुकेटर के पद पर हुआ है, जिसके बाद अरूण सेठिया, लेखापाल (सूचना प्रबंधक समन्वयक), समग्र शिक्षा, जिला कोण्डगांव से मिलने पर उसके द्वारा पदस्थापना करवाने के लिये 30,000 रूपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।

आरोपी से बार-बार मिलने पर भी बगैर रिश्वत उसकी पदस्थापना नहीं की जा रही थी। जिसके चलते प्रार्थी ने रिश्वत देने की बजाय आरोपी को पकड़वाने के लिए ACB में शिकायत कर दी। शिकायत के सत्यापन के बाद ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से अरूण सेठिया, लेखापाल (सूचना प्रबंधक समन्वयक) को प्रथम किश्त 20,000 रु. रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत् कार्रवाई की जा रही है।