महासमुंद। जिले के सरायपाली नगर पालिका में गौरव पथ निर्माण में अनियमितताओं के चलते पहले सब इंजिनियर और अब यहां पूर्व में पदस्थ रहे CMO को निलंबित कर दिया गया है।

डिवाइडर की घटा दी ऊंचाई
सरायपाली में 36 करोड़ की लगत से घंटेश्वरी मंदिर से लेकर शहर के भीतर से होते हुए बैतारी चौक तक साढ़े 6 किलोमीटर गौरव पथ निर्माण का कार्य चल रहा था। प्रारंभ से ही निर्माण कार्य को लेकर कई प्रकार की शिकायतें मिलती रहीं। चाहे निर्माण हेतु सामग्रियों की गुणवत्ता हो, या डिवाइडर की ऊंचाई अथवा निर्माण कार्य में सही मापदंड का पालन न करना हो।

दरअसल सरायपाली नगर पालिका में पहले कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष थे, तब इस गौरव पथ का निर्माण शुरू हुआ था। रोड निर्माण का ठेका नैला के मेमर्स राम निवास अग्रवाल को दिया गया है। लगभग साल भर बाद यहां भाजपा के अध्यक्ष कुर्सी पर काबिज हो गए। पूर्व में इस सड़क पर डिवाइडर की ऊंचाई जितनी बनाई जा रही थी, बाद में उसे आधा कर दिया गया। जिसको लेकर शिकायत की गई। सरायपाली विधायक चातुरी नंद ने भी इस निर्माण कार्य की शिकायत की थी।
इसे देखते हुए अंतत: नगरीय प्रशासन विभाग ने संज्ञान लिया। मामले की जांच हुई और निर्माण कार्य में लापरवाही व अनियमितता बरते जाने के आरोप में पहले नगर पालिका सरायपाली के उप अभियंता भूषण लाल कौशिक को निलंबित दिया गया। इसी मामले में तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक शर्मा को भी अब निलंबित किया गया है।