रायपुर। केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गुरुवार को चंद्रगिरि तीर्थ, डोंगरगढ़ में आयोजित विनयांजलि समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, राज्यसभा सांसद नवीन जैन, लोकसभा सांसद संतोष पाण्डेय, जैन समाज के संत समता सागर महाराज सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

गृहमंत्री शाह ने कहा कि दिगम्बर जैन आचार्य विद्यासागर महाराज केवल संत नहीं, बल्कि युग पुरुष थे। उन्होंने अपने तप, त्याग और आध्यात्मिक साधना से संपूर्ण समाज को दिशा दी। “उनका व्यक्तित्व ईश्वर तुल्य था, जिन्होंने भारतीय संस्कृति, अहिंसा और कर्म सिद्धांत को वैश्विक मंच पर स्थापित किया,” शाह ने कहा।

प्रधानमंत्री मोदी ने उनके विचारों को अपनाया

गृहमंत्री शाह ने आचार्य श्री के विचारों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय भाषाओं के संरक्षण और संस्कृति के संवर्धन का आह्वान किया था। जी-20 सम्मेलन में “प्रधानमंत्री ऑफ भारत” लिखे जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य श्री के संदेशों को अपनाया, जिससे संपूर्ण विश्व भारत की संस्कृति और परंपराओं से प्रभावित हुआ।

100 रुपये का स्मारक सिक्का और विशेष डाक लिफाफा जारी

इस अवसर पर गृहमंत्री ने आचार्य विद्यासागर महाराज की स्मृति में ₹100 का विशेष स्मारक सिक्का और उनके जीवन पर आधारित विशेष डाक लिफाफा जारी किया। साथ ही 108 अष्टधातु से निर्मित चरण चिन्ह का भी लोकार्पण किया गया।

आचार्यश्री ने पंचतत्व को आत्मसात किया- शाह

शाह ने कहा कि आचार्य विद्यासागर महाराज ने संपूर्ण जीवन तपस्या में बिताया और अंतिम समय में पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका जीवन अहिंसा परमो धर्म का जीता-जागता उदाहरण था। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक धर्म और राष्ट्र की सेवा की।

प्रतिभास्थली विद्योदय ज्ञानपीठ का डिजिटल लोकार्पण

समारोह में प्रतिभास्थली विद्योदय ज्ञानपीठ, कारोपानी (मध्यप्रदेश) का डिजिटल लोकार्पण किया गया, जो रोजगारोन्मुखी नि:शुल्क कन्या विद्यालय के रूप में कार्य करेगा।

मुख्यमंत्री साय ने जताया आभार

समारोह के अंत में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आचार्य विद्यासागर महाराज का अधिकांश जीवन डोंगरगढ़ चंद्रगिरि तीर्थ में बीता और यहीं उन्होंने देह त्यागी। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और जैन समाज के संतों को धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नवीन जैन, मुनि श्री समता सागर, मुनि श्री पवित्र सागर, वरिष्ठ आर्यिका गुरुमति माताजी सहित कई गणमान्य संत, समाजसेवी और श्रद्धालु उपस्थित रहे।