Pariksha Pe Charcha 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (10 फरवरी) को ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ कार्यक्रम में छात्रों से संवाद किया और परीक्षा के तनाव से बचने के अहम सुझाव दिए। उन्होंने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए बताया कि एक अच्छा बल्लेबाज स्टेडियम के शोरगुल के बावजूद केवल गेंद पर ध्यान केंद्रित करता है, न कि दर्शकों की आवाजों पर। इसी तरह, छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए और बाहरी दबाव को नजरअंदाज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई बैट्समैन भीड़ की बातों पर ध्यान देने लगे, तो वह आउट हो जाएगा, ठीक वैसे ही, अगर छात्र अपने लक्ष्य से भटकेंगे, तो परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी सुझाव भी दिए। उन्होंने तिल के लड्डू खिलाए और बताया कि तिल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों से पूछा कि कितने लोग सर्दियों में गाजर चबाकर खाते हैं, जिसके जवाब में कई छात्रों ने हाथ उठाए। उन्होंने कहा कि भोजन से जुड़े मिथकों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और पोषणयुक्त आहार लेना चाहिए। बाजरा, ज्वार और अन्य मोटे अनाजों को भोजन में शामिल करने से स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है।
बिहार के एक छात्र ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि बतौर ग्लोबल लीडर उनकी लीडरशिप से क्या सीखा जा सकता है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एक अच्छा लीडर बनने के लिए धैर्य और टीमवर्क बहुत जरूरी होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अगर किसी टीम में कोई सदस्य अपना काम नहीं करता है, तो उस पर गुस्सा करने की बजाय उसे समझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल आदेश देने से कोई अच्छा लीडर नहीं बन सकता, बल्कि सहयोग और समझ से ही नेतृत्व को मजबूत किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को सुबह की धूप में बैठने की सलाह दी, जिससे शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि हर दिन कम से कम 15 मिनट सूर्य स्नान करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, उन्होंने गहरी सांस लेने और योग करने की भी सलाह दी, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर बना रहे।
इस बार ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में कई मशहूर हस्तियां भी शामिल होंगी। अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, अभिनेता विक्रांत मैसी, मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु भी छात्रों को परीक्षा और जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव देंगे। वे परीक्षा के तनाव से बचने, मानसिक रूप से मजबूत रहने और संतुलित जीवन जीने के बारे में अपने अनुभव साझा करेंगे। इस बार कार्यक्रम के आठ एपिसोड होंगे, जिनमें छात्रों को प्रेरणादायक सुझाव दिए जाएंगे।