टीआरपी डेस्क। अडानी समूह ने तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। सिंगापुर की अग्रणी तकनीकी प्रशिक्षण संस्था ITEES के साथ साझेदारी कर, अडानी ग्रुप मुंद्रा में दुनिया का सबसे बड़ा फिनिशिंग स्कूल स्थापित करेगा।

यह अत्याधुनिक संस्थान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा संचालित होगा और इमर्सिव लर्निंग तकनीकों के साथ आधुनिक इनोवेशन केंद्रों को जोड़कर सालाना 25,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करेगा। इस पहल से ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को नई गति मिलेगी और उद्योगों को कुशल कार्यबल उपलब्ध कराया जाएगा।

तकनीकी प्रशिक्षण और AI-पावर्ड लर्निंग

यह अत्याधुनिक फिनिशिंग स्कूल न केवल क्लीन एनर्जी, ऑटोमेशन और डिजिटल इनोवेशन पर केंद्रित होगा, बल्कि इसमें AI की सहायता से संचालित इमर्सिव लर्निंग प्लेटफॉर्म भी होंगे। इसका उद्देश्य भारत में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को वैश्विक स्तर पर ले जाना है, जिससे देश के युवा नई तकनीकों में निपुण होकर उद्योगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा कर सकें।

2,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश

इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने के लिए, अडानी ग्रुप ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का दान देने की घोषणा की है। यह राशि पहले से घोषित 10,000 करोड़ रुपये के सामाजिक विकास फंड का हिस्सा है, जिसे विभिन्न सामाजिक कल्याण परियोजनाओं में लगाया जा रहा है।

स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़ा निवेश

अडानी ग्रुप ने अमेरिका स्थित मेयो क्लिनिक के साथ साझेदारी में अडानी हेल्थ सिटीज (AHC) के निर्माण के लिए 6,000 करोड़ रुपये के निवेश की भी घोषणा की है। यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।