रायपुर। छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बड़ी जीत दर्ज की, सभी 10 नगर निगमों पर कब्जा जमाने के साथ-साथ नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, सूरजपुर जिले की प्रतापपुर नगर पंचायत में एक अनोखा चुनावी नतीजा सामने आया, जिसने पूरे प्रदेश में चर्चा बटोरी। यहां वार्ड क्रमांक 4 में बीजेपी और कांग्रेस के बीच इतनी जबरदस्त टक्कर हुई कि विजेता का फैसला लॉटरी निकालकर किया गया।

156-156 वोट मिलने से हुआ टाई
इस वार्ड से कांग्रेस ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कंचन सोनी को मैदान में उतारा था, जबकि बीजेपी ने अपने मंडल अध्यक्ष मुकेश तायल को प्रत्याशी बनाया था। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दोनों उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जिसका असर मतगणना में भी दिखा। काउंटिंग के बाद दोनों प्रत्याशियों को 156-156 वोट मिले, जिससे परिणाम टाई हो गया।
लॉटरी से हुआ पार्षद का चयन
चुनावी नियमों के अनुसार, अगर दो प्रत्याशियों को समान संख्या में वोट मिलते हैं, तो विजेता का फैसला लॉटरी पद्धति से किया जाता है। निर्वाचन अधिकारी ने इसी नियम के तहत दोनों प्रत्याशियों के नाम की पर्चियां बनाई और ड्रॉ निकाला। इस प्रक्रिया में बीजेपी प्रत्याशी मुकेश तायल का नाम निकला और उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया। उनके जीतते ही कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई और जश्न मनाया गया।
नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर भी बीजेपी का कब्जा
प्रतापपुर नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं, जिनमें 8 वार्डों में कांग्रेस और 7 वार्डों में बीजेपी ने जीत हासिल की। हालांकि, अध्यक्ष पद पर बीजेपी ने कब्जा जमाने में सफलता प्राप्त की। इस नतीजे के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।
इस अनोखे चुनावी फैसले ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी राजनीति में जीत सिर्फ रणनीति और प्रचार से नहीं, बल्कि किस्मत के सहारे भी मिल सकती है!